दिखने लगें 10 लक्षण, तो समझ जाएं शरीर नहीं झेल पा रहा है स्ट्रेस; तुरंत लें डॉक्टर से सलाह
थोड़ा बहुत स्ट्रेस होना आम बात है और यह सभी के साथ होता है। लेकिन यह परेशानी तब बनता है, जब लंबे समय तक तनाव बना रहे। ऐसे में कुछ समय के बाद आपकी बॉडी ...और पढ़ें

क्या आपका शरीर स्ट्रेस के घुटने टेक रहा है? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। स्ट्रेस आज की तेज रफ्तार जिंदगी का एक सामान्य हिस्सा बन गया है। काम का तनाव, घर की चिंता, बढ़ती महंगाई, घर की ईएमआई और न जाने कितनी ही चिंताएं हमें घेरे रहती हैं। थोड़ा बहुत स्ट्रेस होना आम बात है, सभी के साथ होता है। लेकिन जब यह तनाव लंबे समय तक बना रहता है और शरीर उसे संभालने की क्षमता खोने लगता है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं (Chronic Stress Side Effects) का कारण बन सकता है।
ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप पहचाने कि अब आपका शरीर स्ट्रेस हैंडल नहीं कर पा रहा है और आपको मदद की जरूरत है। आइए जानें किन संकेतों (Stress Signals in Body) की मदद से आप इस बात का पता लगा सकते हैं।
लगातार थकान और एनर्जी की कमी
अगर आप पूरी नींद लेने के बाद भी सुबह उठते ही थका हुआ महसूस करते हैं या दिनभर एनर्जी की कमी रहती है, तो यह शरीर का एक साफ संकेत है कि वह तनाव से जूझ रहा है। क्रोनिक स्ट्रेस शरीर पर काफी दबाव डालता है, जिसके कारण थका हुआ महसूस होता है।
नींद में गड़बड़ी
अनिद्रा, बार-बार नींद टूटना, या बहुत ज्यादा सोना दोनों ही तनाव के लक्षण हो सकते हैं। तनाव की स्थिति में दिमाग शांत नहीं रह पाता, जिसके कारण नींद में खलल पड़ता है।
पाचन संबंधी समस्याएं
पेट में दर्द, सूजन, कब्ज, दस्त या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी समस्याएं तनाव के सीधे संकेत हैं। आंत और दिमाग का गहरा संबंध होता है, जिसे "गट-ब्रेन एक्सिस" कहा जाता है।

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बार-बार बीमार पड़ना
तनाव इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, जिससे आप सर्दी-जुकाम, इन्फेक्शन और अन्य बीमारियों की चपेट में ज्यादा आने लगते हैं।
सिरदर्द और मांसपेशियों में तनाव
लगातार सिरदर्द, जबड़े में दर्द, गर्दन और कंधों में अकड़न स्ट्रेस के कुछ फिजिकल लक्षण हैं। शरीर फ्लाइट-ऑर-फाइट मोड में मांसपेशियों को सिकोड़ देता है।
भूख में बदलाव
कुछ लोग तनाव में ज्यादा खाने लगते हैं, जबकि कुछ की भूख पूरी तरह से कम हो जाती है। यह कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलन के कारण होता है।
फोकस में कमी और फैसले लेने में परेशानी
तनाव के कारण दिमाग सूचनाओं को सही ढंग से प्रोसेस नहीं कर पाता, जिससे फोकस करने और फैसले लेने की क्षमता प्रभावित होती है।
हार्ट बीट का तेज होना
तनाव शरीर को एलर्ट मोड की स्थिति में रखता है, जिससे हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। लंबे समय में यह दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है।
मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना, बिना बात के रोना या मूड में अचानक बदलाव स्ट्रेस के इमोशनल लक्षण हैं।
त्वचा संबंधी समस्याएं
एक्जिमा, सोरायसिस, मुंहासे या अन्य त्वचा से जुड़ी समस्याएं तनाव के कारण हो सकती हैं।
क्या करें?

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अगर आप इनमें से ज्यादातर लक्षणों को अनुभव कर रहे हैं, तो यह समय है कि आप स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान दें और प्रोफेशनल मदद लें।

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