Gen-Z बदल रही है काम के मायने; सिर्फ पैसा और पोजिशन नहीं, बल्कि सुकून और मकसद तलाश रही है युवा पीढ़ी
देश के बहुसंख्य युवा नाम और शोहरत कमाना चाहते हैं । चाहते हैं कि वे करियर में सफल हों। अच्छे पैसे कमाएं। अच्छी जिंदगी जिएं, लेकिन यह कैसे संभव हो सकता ...और पढ़ें
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Gen-Z को मंजूर नहीं यह 'ग्राइंड कल्चर' (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में एक महिला ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया कि कैसे अपने मैनेजर के कथित तौर पर सुबह के पौने तीन बजे भेजे गए मैसेज का जवाब न देने पर उसने अपना आपा खो दिया, जबकि उसी दिन महिला ने 14 घंटे काम किया था। वह दो हफ्तों से वीकेंड पर भी काम कर रही थीं।
बावजूद इसके तुरंत जवाब न देने पर महिला को इसके लिए माफी मांगनी पड़ी। महिला ने लिखा कि जिस नौकरी से उसे पहले प्यार था, वही अब उसका सुकून छीन रही है। इस परिप्रेक्ष्य में अगर हम जेन जी की बात करें, तो वह वर्क- लाइफ बैलेंस को कहीं ज्यादा महत्व देते हैं। वे ऐसी नौकरियां चाहते हैं, जो उनके व्यक्तिगत मूल्यों और लक्ष्यों के अनुरूप हों। जेन-जी नेतृत्व को चुनौती देने से भी नहीं डरते और न ही नौकरी छोड़ने में देर करते हैं।
जिनके लिए पैसा नहीं है सब कुछ
अपनी पिछली पीढ़ियों के मुकाबले पैसे एवं निवेश के मामले में भी जेन जी काफी समझदार दिखाई देती है। एक निजी कंपनी में कार्यरत हेमंत शर्मा कहते हैं, 'हमने जीवनभर सफलता के पारंपरिक पैमाने देखे हैं। घर के मालिक होने के साथ बड़ी मासिक किश्तें यानी ईएमआई भी चुकानी होती हैं। किसी प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी करने से वर्क-लाइफ बैलेंस नहीं होता। ऐसा नहीं है कि हम कड़ी मेहनत या त्याग करने को तैयार नहीं हैं।
हम बहुत मेहनत करते हैं, जहां करना जरूरी होता है, लेकिन हमें मालूम है कि जीवन से क्या चाहिए। मुझे लगता है कि एक सफल व्यक्ति वह है, जिसके पास आर्थिक स्वतंत्रता, एक प्यारा परिवार और अपनी मनचाही चीजें हासिल करने के लिए खाली समय हो।' सीधे शब्दों में कहें तो जेन जी के लिए वित्तीय स्थायित्व एक साधन है, न कि लक्ष्य। वे पैसे का इस्तेमाल काम में लचीलेपन, उद्देश्य और खुशहाली के लिए करना चाहते हैं। मैकिन्से के शोध के अनुसार, जेन-जी के केवल 41 प्रतिशत लोग ही अपना घर खरीदने की उम्मीद करते हैं, जो इस पीढ़ी की शैक्षणिक उपलब्धियों के बावजूद उनके सामने आने वाली आर्थिक वास्तविकताओं को दर्शाता है।

(AI Generated Image
नौकरी को लेकर लचीलापन
रिपोर्ट्स कहती हैं कि वर्ष 2030 तक जेन-जी वैश्विक कार्यबल का लगभग एक तिहाई हिस्सा होगा। ऐसे में ई वाई का एक शोध ध्यान खींचता है। शोध के अनुसार, केवल 59 प्रतिशत जेन-जी एक ही संगठन में काम करने को एक व्यवहार्य विकल्प मानती है, जबकि लगभग 20 फीसदी का कहना था कि वे अपने करियर के दौरान छह या उससे ज्यादा नियोक्ताओं के लिए काम करने की योजना बना सकते हैं।
वहीं, रैंडस्टैंड के नवीनतम शोध पर विश्वास करें, तो जेन-जी का अपने करियर के पहले पांच वर्षों में औसत कार्यकाल केवल 1.1 वर्ष है, जो मिलेनियल्स (1.8), जेन एक्स (2.8) और बेबी बूमर्स (2.9) की तुलना में काफी कम है। इस छोटे कार्यकाल का मतलब कहीं से अल्पकालिक सोच नहीं है, बल्कि विविधता, स्वायत्तता और उद्देश्य की तलाश में पीढ़ी की सोच को दर्शाता है। काउंसलर डा. त्रिलोक शर्मा कहते हैं कि जेन-जी के लिए नौकरी बदलना नकारात्मक नहीं, बल्कि नए अवसरों के जरिये आगे बढ़ने का एक जरूरी कदम है। वे काम को नकार नहीं रहे हैं, बल्कि नए सिरे से उसके मायने को परिभाषित कर रहे हैं।
जेन जी की विशेषताएं एवं प्राथमिकताएं
- जेन-जी पूर्णकालिक नौकरी के साथ-साथ अतिरिक्त काम भी पसंद करते हैं, जो मिश्रित करियर पथ को 43% अपनाने का भी संकेत देता है।
- 52% स्किल डेवलपमेंट के लिए एआइ उपकरणों पर निर्भर हैं।
- यह पीढ़ी ऐसे कार्यस्थलों का निर्माण कर रही है, जहां महत्वाकांक्षा और कल्याण एक साथ पनप सके। जहां सहानुभूति, रचनात्मकता और संतुलन को प्राथमिकता दी जाती हो।
- जेन जी रोजमर्रा की समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रूप से एआइ 82% का उपयोग करते हैं।
- जेन-जी लचीलेपन, उद्देश्य संचालित कार्य और तकनीक सक्षम विकास को महत्व देते हैं।
वर्क-लाइफ बैलेंस को प्राथमिकता
जेन-जी पद की अपेक्षा जीवन के उद्देश्य, काम के दबाव की अपेक्षा स्वास्थ्य तथा मेंटरशिप की अपेक्षा मार्गदर्शन को महत्व दे रही है। लाइफ कोच दीपाली नरूला कहती हैं कि हमें यह समझना होगा कि हर नई पीढ़ी कार्यस्थल पर कुछ नया और अलग लेकर आती है। पिछली पीढ़ी अगर दिन और रात काम करने में विश्वास करती थी, तो जेन-जी वर्क और लाइफ में बैलेंस बनाने की कोशिश कर रही है। काम करने के साथ ही दोस्तों और परिवार के साथ मौज-मस्ती के लिए समय निकालते हैं।

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