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    Putrada Ekadashi 2025: पंचामृत के बिना अधूरी है लक्ष्मी-नारायण की पूजा, इस विधि से करें घर पर तैयार

    Updated: Wed, 08 Jan 2025 08:57 PM (IST)

    पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi 2025) हिंदू धर्म में एक अहम व्रत है जो पौष माह के शुक्ल पक्ष में रखा जाता है। यह व्रत संतान सुख समृद्धि और मोक्ष प्राप्ति के लिए किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ऐसे में पंचामृत जिसे पांच अमृतों का मिश्रण कहते हैं इस पूजा में खास महत्व रखता है।

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    Putrada Ekadashi 2025: पौष पुत्रदा एकादशी पर इस विधि से बनाएं पंचामृत (Image Source: Jagran)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Putrada Ekadashi 2025: पौष माह की एकादशी, जिसे पुत्रदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, धार्मिक लिहाज से खास महत्व रखती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष विधान है। साल 2025 में यह पावन पर्व 10 जनवरी, शुक्रवार को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को उनके पसंदीदा भोग अर्पित किए जाते हैं। ऐसे में, यहां हम आपके लिए पंचामृत बनाने की आसान विधि (Panchamrit For Lord Vishnu), लेकर आए हैं जिसके बिना एकादशी का पूजन अधूरा ही माना जाता है।

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    पुत्रदा एकादशी पर ऐसे बनाएं पंचामृत

    सामग्री

    • 500 मिलीलीटर गाय का दूध
    • 100 ग्राम दही
    • 50 ग्राम देसी घी
    • 2 बड़े चम्मच शहद
    • 50 ग्राम पंचमेवा (काजू, बादाम, पिस्ता, किशमिश, मखाना)
    • कुछ तुलसी के पत्ते
    • थोड़ा-सा गंगाजल

    बनाने की विधि

    • सभी सामग्री को अच्छी तरह से धो लें और साफ कर लें।
    • पंचमेवों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
    • तुलसी के पत्तों को बारीक काट लें।
    • एक साफ बर्तन में दूध और दही डालें।
    • दोनों को अच्छी तरह से फेंट लें ताकि एक समान मिश्रण बन जाए।
    • फेंटे हुए मिश्रण में देसी घी, शहद, और पंचमेवे डालें।
    • तुलसी के पत्ते और गंगाजल भी डालें।
    • सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिलाएं।
    • आप चाहें तो पंचामृत को कुछ मेवों से सजा सकते हैं।

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    इन बातों का रखें ख्याल

    • पंचामृत को तांबे के बर्तन में बनाना शुभ माना जाता है।
    • पंचामृत में इस्तेमाल होने वाला दूध और दही ताजा होना चाहिए।
    • पंचामृत में डाला जाने वाला शहद शुद्ध होना चाहिए।
    • पंचामृत को पूजा के समय भगवान को अर्पित करें और फिर प्रसाद के रूप में बांटे।

    पंचामृत का महत्व

    पंचामृत को देवताओं का अमृत माना जाता है और मान्यता है कि भगवान विष्णु को यह बेहद प्रिय है। पंचामृत में दूध, दही, देसी घी, शहद और पंचमेवा शामिल होता है। इन पांचों चीजों में औषधीय गुण होते हैं और ये शरीर और मन दोनों को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। धार्मिक लिहाज से देखें, तो माना जाता है कि पंचामृत से भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक शक्ति हासिल होती है और उसके सभी पाप धुल जाते हैं।

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