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    एक ही समझते हैं 'No-Added Sugar' और 'Sugar Free' का मतलब? तो गलत हैं आप! यहां समझ लें अंतर

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 03:17 PM (IST)

    आपने कई फूड आइटम्स के पैकेट या बॉक्सेस पर No-Added Sugar या Sugar Free लिखा देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दोनों लेबल का मतलब काफी अलग होता है (No Added Sugar vs Sugar Free)। जी हां नो एडेड शुगर और शुगर फ्री दोनों ही एक-दूसरे से काफी अलग हैं। आइए जानें क्या है इन दोनों लेबल में अंतर।

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    No Added Sugar और Sugar Free में हैं काफी फर्क (Picture Courtesy: AI Gen/Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप भी ‘शुगर-फ्री’ और ‘नो-एडेड शुगर’ को एक ही समझते हैं? आपने मार्केट में कई ऐसे प्रोडक्ट देखे होंगे, जिनपर शुगर-फ्री (no-added sugar meaning) या नो-एडेड शुगर का लेबल लगा देखा होगा। अब कई लोग इन दोनों का मतलब एक ही समझ लेते हैं, लेकिन असल में इनके बीच काफी अंतर (sugar-free vs no-added sugar) होता है। इसलिए इन दोनों लेबल का सही मतलब पता होना चाहिए, ताकि आप अपने फूड आइटम्स को लेकर सही फैसला ले सकें। आइए जानें क्या होता है दोनों में अंतर (difference between sugar-free and no-added sugar)।

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    "नो-एडेड शुगर" (No Added Sugar) का मतलब

    जब किसी प्रोडक्ट पर "नो-एडेड शुगर" लिखा होता है, तो इसका मतलब है कि उसमें एक्स्ट्रा चीनी नहीं मिलाई गई है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि प्रोडक्ट में शुगर बिल्कुल नहीं है। उस प्रोडक्ट में जो शुगर नेचुरली मौजूद है, वह तो रहता ही है। नेचुरल शुगर, जैसे- फ्रूट जूस में फ्रुक्टोज या दही में लैक्टोज हो सकता है। इसलिए अगर किसी प्रोडक्ट पर आपको नो-एडेड शुगर का लेबल दिखे, तो समझ जाएं कि इसमें आर्टिफिशियली कोई शुगर नहीं मिलाई गई है, लेकिन नेचुरल शुगर मौजूद हो सकते हैं।

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    "शुगर फ्री" (Sugar-Free) का मतलब

    "शुगर फ्री" लेबल वाले प्रोडक्ट्स में शुगर की मात्रा बिल्कुल न के बराबर होती है। इन प्रोडक्ट्स में किसी भी तरह की शुगर का इस्तेमाल नहीं किया गया है। ऐसे प्रोडक्ट्स में मिठास के लिए शुगर की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे- डायबिटीज के मरीजों के लिए कोई स्वीट। इसमें शुगर नहीं होती, लेकिन मिठास के लिए स्टीविया जैसे आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करते हैं।

    कौन-सा बेहतर है?

    अब कई लोगों के मन में सवाल आता है कि इन दोनों में से बेहतर क्या है। दरअसल, इसका जवाब आपकी पसंद और जरूरतों पर निर्भर करता है। अगर आप एक्स्ट्रा शुगर की मात्रा कम करना चाहते हैं, तो नो-एडेड शुगर प्रोडक्ट्स बेहतर हैं। लेकिन अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं या शुगर खाना पूरी तरह बंद करना चाहते हैं, तो शुगर फ्री प्रोडक्ट चुनें।

    अब आप इन दोनों लेबल्स का मतलब समझ चुके हैं, तो आप अपनी डाइट के हिसाब से सही प्रोडक्ट को चुन सकते हैं। इसे एक लाइन में ऐसे समझ लीजिए कि नो-एडेड शुगर का मतलब है कि प्रोडक्ट में कोई एक्स्ट्रा शुगर नहीं डाली गई, जबकि शुगर फ्री का मतलब है कि उसमें शुगर नहीं है या न की मात्रा में है।

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