Navratri 2025: नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा में लगाएं रसमलाई का भोग, पढ़ें रेसिपी
शारदीय नवरात्र का पावन पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इन 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। हर दिन एक विशेष देवी को समर्पित होता है और उनके प्रिय भोग से उन्हें प्रसन्न किया जाता है। नवरात्र के तीसरे दिन 24 सितंबर को मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है जिन्हें आप रसमलाई का भोग अर्पित कर सकते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। देवी चंद्रघंटा, मां दुर्गा का तीसरा स्वरूप हैं, जिन्हें शांति, साहस और निडरता की देवी माना जाता है। उनके माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित है, इसलिए उन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। मान्यता है कि इनकी पूजा करने से व्यक्ति के जीवन से सभी नकारात्मकता और भय दूर हो जाते हैं। उनकी पूजा से आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
मां चंद्रघंटा का प्रिय भोग
मां चंद्रघंटा को दूध से बनी चीजें बेहद प्रिय हैं (Navratri Day 3 Bhog)। इसलिए, इस दिन उन्हें दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है। रसमलाई एक ऐसी ही स्वादिष्ट मिठाई है, जो दूध से बनती है और जिसे आप आसानी से घर पर बना सकते हैं।
आइए जानते हैं, घर पर स्वादिष्ट रसमलाई बनाने की आसान विधि (Bhog for Maa Chandraghanta):
रसमलाई बनाने की सामग्री
- गाय का दूध: 1 लीटर (छेना बनाने के लिए) + 1.5 लीटर (रबड़ी के लिए)
- नींबू का रस: 2-3 चम्मच
- चीनी: 1 कप (छेना के लिए) + आधा कप (रबड़ी के लिए)
- इलायची पाउडर: आधा चम्मच
- केसर के धागे: 10-12
- बारीक कटे पिस्ता और बादाम: 2 चम्मच
रसमलाई बनाने की विधि
- सबसे पहले एक लीटर दूध को उबालें। जब दूध उबल जाए तो आंच बंद कर दें और उसमें धीरे-धीरे नींबू का रस डालें। दूध को तब तक चलाएं जब तक वह फट न जाए और छेना अलग न हो जाए।
- छेना को एक साफ मलमल के कपड़े में छान लें और ठंडे पानी से धो लें, ताकि नींबू का खट्टापन निकल जाए।
- कपड़े को बांधकर एक्स्ट्रा पानी निचोड़ लें और 30 मिनट के लिए लटका दें।
- छेने को एक प्लेट में निकालें और अपनी हथेली की मदद से 5-7 मिनट तक मसलें, ताकि वह चिकना और मुलायम हो जाए। अब इससे छोटे-छोटे गोले बनाकर उन्हें हल्का चपटा कर लें।
- अब एक बड़े बर्तन में 1 कप चीनी और 4 कप पानी डालकर उबालें। जब चीनी घुल जाए और पानी में उबाल आने लगे, तो तैयार छेने के चपटे गोले इसमें डालें।
- बर्तन को ढककर 10-12 मिनट तक मध्यम आंच पर पकने दें। गोले फूलकर दोगुने हो जाएंगे। अब गैस बंद कर दें।
- फिर एक दूसरे बर्तन में 1.5 लीटर दूध गर्म करें। जब यह उबलने लगे तो आंच धीमी कर दें।
- दूध को लगातार चलाते रहें, जब तक कि वह थोड़ा गाढ़ा न हो जाए।
- अब इसमें चीनी, इलायची पाउडर और केसर के धागे डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसे 5-7 मिनट और पकाएं।
- इसके बाद चाशनी में से छेने के गोलों को धीरे-धीरे निकालकर हल्के हाथों से निचोड़ें ताकि अतिरिक्त चाशनी निकल जाए।
- इन गोलों को तैयार रबड़ी में डालें और रसमलाई को बारीक कटे पिस्ता और बादाम से सजाएं। इसे 2-3 घंटे के लिए फ्रिज में ठंडा होने दें।
- बस फिर आखिर में इसे मां चंद्रघंटा को भोग लगाएं और प्रसाद के रूप में ग्रहण करें।
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