वाराणसी जाने का बना रहे हैं प्लान, तो ट्राई करना न भूलें ये टेस्टी लोकल डिशेज
वाराणसी विश्व के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। इसे काशी भी कहते हैं। जीवन में एक बार काशी का खानपान रहन-सहन और सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव जरूर करना चाहिए। यहां मिलने वाली कुछ लोकल डिशेज बेहद प्रचलित और स्वादिष्ट होती हैं। इसलिए अगर भी वाराणसी टूर पर जाना है तो इन लोकल डिशेज को चखे बिना वापस न आएं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। वाराणसी बेहद खूबसूरत शहर है, जो अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह धार्मिक शहर काशी विश्वनाथ और अपने खूबसूरत गंगा घाटों के लिए काफी मशहूर है। यही वजह हैं कि लोग यहां जाने को बेताब रहते हैं। अगर आप भी इस बार बनारस जाने का प्लान कर रहे हैं, तो यहां मौजूद मार्केट की रौनक और क्यूजीन का स्वाद जरूर चखें।
वाराणसी का खाना ऐसे ही दुनियाभर में अपने जायके और स्वाद के लिए मशहूर है। ऐसे में अगर आप वाराणसी जाते हैं, तो यहां की कुछ खास डिशेज का स्वाद चखना न भूलें, जिसका स्वाद दुनिया में कहीं और आपको नहीं मिलेगा। आइए जानते हैं कि वाराणसी जाने पर कौन- कौनसी डिशेज को टेस्ट करना न भूलें-
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चूड़ा मटर
वाराणसी में मिलने वाला चूड़ा मटर असल में पोहे का ही एक रूप है। धान की नई फसल से बनने वाले चिवड़े से बना चूड़ा मटर ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स और ताजी हरी मटर से बनता है।
कचौड़ी सब्जी
वाराणसी में सर्दियों में मिलने वाली पालक, गोभी, मटर, हरी धनिया से बनी सब्जी और कुरकुरी कचौड़ी का स्वाद आप कभी नहीं भूल सकते। वाराणसी की कचौड़ी सब्जी हर मौसम में बेहद प्रचलित है, खासकर सर्दियों में सब्जियों की वैरायटी मिलने के कारण इनका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
मलइयो
मलइयो एक ऐसी स्वीट डिश है, जो वाराणसी की प्रसिद्ध पारंपरिक डिशेज में से एक है। ये दूध की मलाई से तैयार किए जाने वाली एक ऐसा स्वीट डिश है, जो मुंह में जाते ही रुई के फाहे की तरह नर्म महसूस होती है और फौरन घुल जाती है। इसे चबाने की जरूरत नहीं होती है। इसका क्रीमी टेक्सचर और मलाई का मीठा स्वाद चखना बेहद आनंदित होने वाला अनुभव होता है।
चाट
वाराणसी में खास चाट और गोलगप्पे की कई प्रचलित दुकानें आपको आसानी से मिल जाएंगी। यहां आप आलू टिक्की चाट, पापड़ी चाट, पालक चाट, टमाटर चाट जैसी कई वैरायटी की चाट का आनंद उठा सकते हैं।
लेमन टी
काशी में सुबह-सुबह घाट पर जा कर लेमन टी का आनंद लेना न भूलें। सुबह-ए-बनारस का असली आनंद इसी माहौल में है। सुबह-सुबह हल्की ठंड में गर्मागर्म लेमन टी सनसेट के नजारे को और भी यादगार बनाती है। इसलिए वाराणसी जब भी आएं, तो घाट पर बैठ कर लेमन टी का आनंद लेना न भूलें।
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