Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ganesh Chaturthi 2025: गणेश उत्सव के दूसरे दिन बप्पा को लगाएं चावल की खीर का भोग, नोट करें रेसिपी

    चारों ओर गणेश पूजा की धूम मची हुई है। इस दौरान घरों में बप्पा की मूर्ति विराजित की जाती है उनकी पूजा होती है और तरह-तरह के भोग लगते हैं। दस दिनों के इस त्योहार में आप बप्पा के लिए हर दिन नया भोग (Ganesh Puja 2025 Bhog) बना सकते हैं। आइए जानें गणेश उत्सव के दूसरे दिन भोग लगाने के लिए चावल की खीर की रेसिपी।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Wed, 27 Aug 2025 08:08 PM (IST)
    Hero Image
    गणेश उत्सव के दूसरे दिन के लिए भोग रेसिपी (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश उत्सव (Ganesh Chaturthi 2025) का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। भक्ति और उल्लास के इस पावन पर्व पर भक्तजन अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए खास भोग भी बनाते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वैसे तो बप्पा को सबसे ज्यादा मोदक और लड्डू का भोग (Ganesh Chaturthi Bhog) प्रिय है, लेकिन आप इनके अलावा और भी कई चीजों का भोग गणेश जी को चढ़ा सकते हैं। इनमें चावल की खीर भी शामिल है। माना जाता है कि भगवान गणेश को चावल की खीर बेहद प्रिय है। इसलिए अगर आप चाहें, तो गणेश उत्सव के दूसरे दिन भोग के लिए चावल की खीर बना सकते हैं। आइए जानें भोग के लिए कैसे चावल की खीर बना सकते हैं।

    क्यों खीर मानी जाती है शुभ?

    हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम, पूजा-पाठ या त्योहार पर खीर बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है। इसे दूध, चावल और चीनी से बनाया जाता है, जो शुद्धता, समृद्धि और मिठास का प्रतीक है। माना जाता है कि मीठा भोग चढ़ाने से देवता प्रसन्न होते हैं और घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।

    खीर बनाने के लिए सामग्री

    • दूध- 1 लीटर
    • चावल- 3-4 बड़े चम्मच
    • चीनी- 4-5 बड़े चम्मच
    • इलायची पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच
    • किशमिश- 1 बड़ा चम्मच
    • बादाम और काजू- 10-12
    • घी- 1 छोटा चम्मच
    • केसर- एक चुटकी

    चावल की खीर बनाने की रेसिपी

    • चावल तैयार करना- सबसे पहले चावलों को अच्छी तरह धो लें। अगर आप चाहें तो उन्हें 15-20 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रख सकते हैं, इससे वे जल्दी पक जाएंगे। भिगोए हुए चावलों का पानी निथार कर अलग रख दें।
    • दूध उबालना- एक भारी तले की कड़ाही या पैन में दूध डालकर उबालने के लिए रख दें। जब दूध उबलने लगे, तो आंच को मध्यम कर दें और इसे बीच-बीच में चलाते रहें, ताकि यह नीचे न चिपके। लगभग 10-12 मिनट तक दूध को उबलने और थोड़ा गाढ़ा होने दें।
    • चावल पकाना- जब दूध में उबाल आ जाए, तो इसमें तैयार चावल डाल दें। इसे तब तक पकाएं जब तक कि चावल नरम न हो जाएं। इसमें लगभग 15-20 मिनट का समय लग सकता है। बीच-बीच में चलाते रहें नहीं तो चावल नीचे चिपक सकते हैं।
    • मेवा तैयार करना- इस बीच, एक छोटी कढ़ाई में घी गर्म करें। इसमें किशमिश डालकर हल्का फूलने दें, फिर इसे निकालकर अलग रख दें। इसी घी में बारीक कटे बादाम और काजू को हल्का सुनहरा होने तक भून लें और अलग रख दें।
    • चीनी मिलाएं- जब चावल पूरी तरह नरम हो जाएं और दूध और भी गाढ़ा हो जाए, तो इसमें चीनी डाल दें। चीनी डालते ही दूध पतला हो सकता है, इसलिए इसे कुछ और मिनटों तक पकाएं, ताकि यह फिर से गाढ़ा हो सके।
    • मेवे डालें- अब इसमें इलायची पाउडर और केसर डाल दें। केसर को पहले एक चम्मच दूध में घोल सकते हैं। साथ ही भुने हुए बादाम-काजू का ज्यादातर हिस्सा और किशमिश डाल दें। कुछ गार्निशिंग के लिए बचा लें। अच्छी तरह मिलाएं और आंच बंद कर दें।
    • भोग लगाना- गर्म या ठंडी खीर को भोग के पात्र में निकालें। ऊपर से बचे हुए मेवों और किशमिश से सजाएं। इस मीठी और स्वादिष्ट खीर को भगवान गणेश को भोग के रूप में अर्पित करें।

    यह भी पढ़ें- सिर्फ उकडीचे ही नहीं, बप्पा को लगाएं 10 अलग-अलग तरह के खास मोदक का भोग!

    यह भी पढ़ें- सिर्फ मोदक नहीं, इन 8 पकवानों के बिना भी अधूरा है गणेश चतुर्थी का त्योहार