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    हर साल 5 जून को क्यों मनाया जाता है World Environment Day? क्या है इस साल की खास थीम?

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 11:40 AM (IST)

    हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day 2025) मनाया जाता है। इस दिन को पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल मनाया जाता है। बढ़ते प्रदूषण के कारण धरती पर रहना मुश्किल न हो जाए इसलिए इस साल एक बेहद खास थीम चुनी गई है। आइए जानें क्या।

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    World Environment Day 2025: कैसे हुई थी विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पर्यावरण संरक्षण (World Environment Day 2025) कितना जरूरी है इसका अंदाजा बढ़ती ग्लोबल वॉर्मिंग, मौसम में असामान्य बदलाव और विलुप्त होते जानवरों और पक्षियों की संख्या से लगाया जा सकता है। पर्यावरण को संरक्षित न करने से धरती पर जीवन मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day Significance) मनाया जाता है।

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    यह दिन पर्यावरण के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने और लोगों को प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर रहने के लिए प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है। यूनाइटेड नेशन्स ने इस दिन को मनाने की शुरुआत 1972 में की थी और तब से यह दुनिया भर में मनाया जाता है। इस खास दिन को हर साल एक खास थीम (World Environment Day 2025 Theme) के साथ मनाया जाता है, जो पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर रोशनी डालती है। आइए जानते हैं कि इस साल पर्यावरण दिवस की थीम क्या है?

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    क्या है World Environment Day 2025 की थीम?

    साल 2025 के पर्यावरण दिवस की थीम ‘एंड प्लास्टिक पॉल्यूशन’ (End Plastic Pollution) रखी गई है। यह थीम इसलिए चुनी गई है, क्योंकि प्लास्टिक प्रदूषण आज दुनिया की सबसे बड़ी पर्यावरणीय समस्याओं में से एक बन चुका है। प्लास्टिक का बढ़ता इस्तेमाल हमारे पर्यावरण को संकट में डाल रहा है। इसके कारण जानवरों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और इंसानों की सेहत के लिए भी माइक्रोप्लास्टिक घातक साबित हो रहा है।

    हर साल कई मिलियन टन प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका बहुत छोटा हिस्सा ही रिसाइकिल हो पाता है। साथ ही, प्लास्टिक को डिग्रेड नहीं होता है, यानी वह डिकंपोज होकर धरती में नहीं मिलता। इसलिए प्लास्टिक पॉल्यूशन तेजी से बढ़ रहा है। काफी सारा प्लास्टिक समुद्र में डाल दिया जाता है, जो समुद्री जीवों का दम घोट रहा है। इसलिए प्लास्टिक पॉल्यूशन को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है।

    5 जून को ही क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस?

    5 जून का दिन विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में इसलिए चुना गया, क्योंकि 1972 में इसी दिन यूनाइटेड नेशन्स जनरल असेंबली ने पर्यावरण संरक्षण पर पहला ग्लोबल सम्मिट आयोजित किया था, जिसे स्टॉकहोम कॉन्फ्रेंस के नाम से जाना जाता है। इस सम्मेलन में कई देशों ने भाग लिया और पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की। इसी के बाद यूनाइटेड नेशंस एनवायरनमेंट प्रोग्राम (UNEP) की स्थापना हुई और 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस घोषित किया गया।

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