क्या आप जानते हैं Christmas के लिए नहीं लिखा गया था Jingle bells सॉन्ग, इसका टाइटल भी था कुछ और
हर साल 25 दिसंबर को Christmas मनाया जाता है। यह दिन ईसाई धर्म के संस्थापक प्रभु ईसा मसीह के जम्नदिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन कई सारी चीजें की जाती है। क्रिसमस का नाम सुनते ही सबसे पहले Jingle bells सॉन्ग कानों में गुंजने लगता है लेकिन असल में यह गाना कभी इस त्योहार के लिए बना ही नहीं था।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हर तरफ बस क्रिसमस की रौनक देखने को मिल रही है। हर साल दुनियाभर में धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है। यह दिन प्रभु यीशू के जम्नदिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके को सेलिब्रेट करने के लिए लोग कई तरह की तैयारियां करते हैं। क्रिसमस ट्री से पूरी और मार्केट्स को सजाते हैं, पार्टीज करते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट देते हैं। क्रिसमस का नाम सुनकर यूं तो कई सारी चीजें दिमाग में घूमती है, लेकिन एक धुन को सिर्फ क्रिसमस की याद दिलाती है, वह है Jingle bells सॉन्ग की धुन।
हम सभी ने बचपन से भी क्रिसमस पर जिंगल बेल्स सॉन्ग गाया और सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस खूबसूरत गाने का दूर-दूर तक क्रिसमस से कोई कनेक्शन ही नहीं है। अगर आप यह सुनकर हैरान हो गए हैं, तो आपको बता दें यह बिल्कुल सच है। क्रिसमस के दिन बजने वाला यह गाना कभी क्रिसमस के लिए बना ही नहीं था। आइए बताते हैं कब, कैसे और किसके लिए बना था।
यह भी पढ़ें- Christmas पर घर में पड़े-पड़े बर्बाद न करें दिन, Delhi-NCR की इन जगहों पर एंजॉय करें फेस्टिव सीजन
किसने लिखा था यह गीत
इस मशहूर गीत के लिए जे.पी.मॉर्गन के मामा गीतकार जेम्स लॉर्ड पियरपोंट ने संगीत तैयार किया और इसके बोल भी लिखे। जेम्स की बड़ी बहन जूलियट ने करोड़पति जुनियस स्पेंसर मॉर्गन से शादी की और उनके सबसे बड़े बच्चे, जॉन पियरपोंट मॉर्गन (J.P. Morgan) ने अपने पिता की राह पर चलते हुए बैंकिंग की फील्ड में कदम रखा और गिल्डेड एज के सबसे शक्तिशाली फाइनेंसर्स में से एक बन गए।
क्रिसमस के लिए नहीं लिखा था गीत
हम सभी ने बचपन से ही इस गीत को क्रिसमस के मौके पर गाया होगा, लेकिन असल में यह गाना पहली बार थैंक्सगिविंग चर्च सर्विस में प्रस्तुत किया गया था। इतना ही नहीं इस गाने को क्रिसमस का मुख्य हिस्सा बनाने की कभी भी कोई इरादा नहीं था। आप खुद ही अगर इस खाने के बोल ध्यान से सुनेंगे, तो आपको पता चलेगा कि वास्तव में इसमें क्रिसमस या किसी अन्य त्योहार का कोई जिक्र ही नहीं है।
कैसे क्रिसमस का हिस्सा बना यह गाना
ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब यह गीत क्रिसमस के लिए लिखा ही नहीं गया, तो यह कैसे इस फेस्टिवल का हिस्सा बन गया। इसका जवाब बोस्टन यूनिवर्सिटी की एक शोधकर्ता कायना हैमिल ने दिया। उनके मुताबित यह गीत 15 सितंबर, 1857 को बोस्टन में वॉशिंगटन स्ट्रीट पर प्रदर्शित होने के दशकों बाद ही क्रिसमस का हिस्सा बन गया था।
अंतरिक्ष से प्रसारित हुआ पहला गाना था 'जिंगल बेल्स'
इस गाने से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं, जिसके बारे में बेहद कम लोग भी जानते हैं। शायद ही आपको पता होगा कि 'जिंगल बेल्स' अंतरिक्ष से ब्रॉडकास्ट होने वाला पहला गाना था। दरअसल, साल 1965 में क्रिसमस से नौ दिन पहले, जेमिनी 6 पर सवार दो अंतरिक्ष यात्रियों ने जेमिनी 7 के साथ मुलाकात पूरी की थी। इस दौरान क्रू ने अचानक मिशन कंट्रोल को एक परेशान करने वाली रिपोर्ट दी।
उन्होंने बताया कि ऐसा लग रहा है जैसे कोई उपग्रह उत्तर से दक्षिण की ओर जा रहा हो। इस अज्ञात उड़ने वाली चीज की तनावपूर्ण रिपोर्ट के बीच ग्राउंड कंट्रोलर्स को अचानक "जिंगल बेल्स" की आवाज सुनाई देने लगी, जिसे अंतरिक्ष यात्रियों ने छोटी घंटियों के सहारे हारमोनिका पर बजाया था। ये घंटियां और हारमोनिका ऐज भी स्मिथसोनियन नेशनल एयर और स्पेस म्यूजियम में मौजूद हैं।
'जिंगल बेल्स' नहीं था गाने का नाम
जब साल 1857 में बोस्टन म्यूजिक पब्लिशिंग हाउस पहली बार इस गाने को प्रिंट किया गया, तो इसे "वन हॉर्स ओपन स्लेह" (One Horse Open Sleigh) शीर्षक के साथ रिलीज किया गया था। जब इसे दो साल बाद फिर से री-रिलीज किया गया, तो गाने का शीर्षक "जिंगल बेल्स" था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।