इश्क की खुशबू से गुलजार है दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला Perfume, मुमताज बेगम से है कनेक्शन
जब भी इश्क मोहब्बत और वफा की बात होती है तो ताजमहल का जिक्र अपने आप आ जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला परफ्यूम (Worlds Second Best Selling Perfume) भी कहीं न कहीं इसी मोहब्बत की निशानी से जुड़ा हुआ है? यह कोई आम इत्र नहीं बल्कि एक ऐसा परफ्यूम है जिसकी खुशबू में इश्क और इतिहास दोनों घुले हुए हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World's Second Best Selling Perfume: जब भी बात मोहब्बत की होती है, तो ताजमहल का जिक्र जरूर आता है। यह प्यार की वो अमर निशानी है, जिसे शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे मशहूर परफ्यूम्स में से एक, शालिमार (Shalimar) भी इसी अमर प्रेम गाथा से जुड़ा हुआ है?
यह महज एक परफ्यूम नहीं, बल्कि इतिहास, रोमांस और शाही ठाठ-बाट का ऐसा संगम है, जिसकी खुशबू इश्क की मिठास से लबरेज है। इसकी महक आपको 17वीं सदी के मुगल दरबार, कश्मीर की खूबसूरत वादियों और शाही बागों की सैर करा सकती है।
यह परफ्यूम गुएरलेन (Guerlain) ब्रांड का एक आइकॉनिक परफ्यूम है, जिसे 1921 में लॉन्च किया गया था। लगभग 100 साल बाद भी इसकी खुशबू का जादू दुनिया भर में कायम है। इसकी महक में एक अनोखी गहराई और रोमांटिक एहसास है, जो इसे खास बनाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इस परफ्यूम का नाम "शालिमार" क्यों रखा गया? इसका जवाब आपको सीधे मुगलिया इतिहास और शाहजहां-मुमताज की मोहब्बत तक ले जाएगा।
शालिमार परफ्यूम और मुमताज बेगम का कनेक्शन
इस परफ्यूम का नाम लिया गया है कश्मीर के प्रसिद्ध शालीमार बाग से, जिसे मुगल सम्राट जहांगीर ने अपनी प्रिय बेगम नूरजहां के लिए बनवाया था। कहा जाता है कि बाद में इसी बाग में शाहजहां और मुमताज महल ने भी कई हसीन शामें बिताई थीं। यह बाग मुगल शानो-शौकत और प्रेम का गवाह रहा है। इसीलिए जब गुएरलेन के परफ्यूमर जैक्स गुएरलेन (Jacques Guerlain) ने एक ऐसा परफ्यूम बनाया जो इश्क और शाही अंदाज को समर्पित था, तो उन्होंने इसका नाम शालिमार रखने का फैसला किया।
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कैसी है शालिमार की खुशबू?
शालिमार परफ्यूम की खुशबू किसी प्रेम कहानी की तरह धीरे-धीरे खुलती है और दिल में बस जाती है। इसकी महक में कई अनोखे नोट्स शामिल हैं, जो इसे बेहद खास बनाते हैं। आइए जानें।
- टॉप नोट्स: ताजगी देने वाले सिट्रस, नींबू और बर्गमोट
- मिडिल नोट्स: मोहब्बत की महक वाले गुलाब, चमेली और आईरिस
- बेस नोट्स: गहरे और रहस्यमयी वनीला, टोंका बीन और मसाले
यह परफ्यूम सिर्फ एक सुगंध नहीं, बल्कि एक अनुभव है। जब इसे लगाया जाता है, तो शुरुआत में इसकी महक ताजी और हल्की लगती है, लेकिन धीरे-धीरे यह गहरी, मीठी और बेहद रोमांटिक हो जाती है। यही वजह है कि इसे प्यार और जुनून का परफ्यूम कहा जाता है।
100 साल बाद भी कायम है इसका जादू
शालिमार को 1921 में लॉन्च किया गया था, लेकिन आज भी यह दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला परफ्यूम है। इसे पहनने वाले लोग इसे सिर्फ एक खुशबू नहीं, बल्कि एक कहानी, एक एहसास और एक ऐतिहासिक विरासत मानते हैं। यह परफ्यूम किसी भी खास मौके पर आपको शाही और आकर्षक लुक देने के लिए परफेक्ट है।
शालिमार - मोहब्बत की खुशबू
शालिमार सिर्फ एक परफ्यूम नहीं, बल्कि एक युग की याद है, जब प्यार सिर्फ लफ्जों तक सीमित नहीं था, बल्कि वह बागों में महकता था, महलों में गूंजता था और इतिहास में दर्ज हो जाता था। इसकी हर बूंद में शाहजहां और मुमताज की मोहब्बत की मिठास घुली हुई है।
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