वक्त से पहले बुढ़ापे के करीब ले जाती है कोलेजन की कमी, जानें इसे बढ़ाने के लिए कैसी रखें डाइट
क्या आप जानते हैं कि आपकी स्किन की चमक और बालों की मजबूती एक खास प्रोटीन पर निर्भर करता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं कोलेजन की! यह हमारे शरीर में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला प्रोटीन है और हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और त्वचा का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन जब शरीर में इसकी कमी (Collagen Deficiency) होने लगती है, तो वक्त से पहले बुढ़ापा आपको घेर सकता है।
कोलेजन की कमी दूर करने के लिए ऐसी रखें डाइट (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग अपनी उम्र से कहीं ज्यादा जवान क्यों दिखते हैं, जबकि कुछ अपनी उम्र से पहले ही बूढ़े लगने लगते हैं? इसका एक बड़ा कारण है हमारे शरीर में पाया जाने वाला एक खास प्रोटीन– कोलेजन। जी हां, कोलेजन हमारे शरीर का सबसे प्रचुर प्रोटीन है, जो हमारी त्वचा, बालों, नाखूनों, हड्डियों और जोड़ों के लिए एक जरूरी बिल्डिंग ब्लॉक का काम करता है।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में कोलेजन का प्रोडक्शन स्वाभाविक रूप से कम होने लगता है (Early Aging Causes)। इसके अलावा, हमारा लाइफस्टाइल, सूरज की हानिकारक किरणें, प्रदूषण और खराब खानपान भी कोलेजन के स्तर को तेजी से गिरा सकते हैं।
कोलेजन की कमी के लक्षण
जब कोलेजन की कमी (Collagen Deficiency) होती है, तो इसके लक्षण सबसे पहले हमारी त्वचा पर नजर आने लगते हैं– बारीक रेखाएं, झुर्रियां, ढीली त्वचा और चमक की कमी। सिर्फ इतना ही नहीं, यह जोड़ों के दर्द और बालों के पतले होने का कारण भी बन सकता है।
लेकिन अच्छी बात यह है कि आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके और कुछ खास पोषक तत्वों को शामिल करके इस प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं और अपने शरीर को कोलेजन प्रोडक्शन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कोलेजन बढ़ाने के लिए आपको अपनी डाइट में क्या शामिल करना चाहिए (How To Increase Collagen)।
यह भी पढ़ें- चेहरे के डेड सेल्स हटाने से लेकर डार्क स्पॉट्स कम करने तक, चंदन पाउडर से दूर होंगी कई परेशानियां
ये चीजें बढ़ाएंगी आपके शरीर में कोलेजन
- खट्टे फल: संतरा, नींबू, मौसमी, अंगूर, कीवी और आंवला जैसे फल विटामिन-सी से भरपूर होते हैं। विटामिन-सी कोलेजन प्रोडक्शन के लिए बहुत जरूरी है और यह त्वचा को फ्री रेडिकल्स से भी बचाता है।
- बेरीज: स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रसभरी जैसी बेरीज में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कोलेजन को नुकसान से बचाते हैं और इसके उत्पादन को बढ़ावा देते हैं।
- हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, पत्तागोभी, केल जैसी हरी सब्जियां विटामिन-सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जो कोलेजन के निर्माण में मददगार हैं।
- लहसुन: इसमें सल्फर होता है, जो कोलेजन के सिंथेसिस के लिए जरूरी है।
- टमाटर और शिमला मिर्च: इनमें लाइकोपीन और विटामिन-सी होता है, जो कोलेजन को बढ़ावा देते हैं।
- बीन्स और दालें: ये प्लांट-बेस्ड प्रोटीन और अमीनो एसिड से भरपूर होती हैं, जो कोलेजन प्रोडक्शन के लिए बिल्डिंग ब्लॉक का काम करते हैं।
- अंडे का सफेद भाग: इसमें प्रोलाइन नामक अमीनो एसिड होता है, जो कोलेजन के लिए जरूरी है।
- सोया प्रोडक्ट्स: टोफू, सोया दूध जैसे सोया उत्पादों में जेनिस्टीन होता है, जो कोलेजन बनाने में मदद करता है।
- नट्स और बीज: बादाम, अखरोट, काजू, कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज में जिंक और विटामिन-ई जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो कोलेजन के लिए जरूरी हैं।
यह भी पढ़ें- पिंपल्स के डर से नहीं खा रहे हैं ड्राई फ्रूट्स? आपको जरूर पढ़नी चाहिए एक्सपर्ट की ये सलाह
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।