ट्रेंड बदले लेकिन आउट ऑफ फैशन नहीं हुईं 6 मुगल शाही पोशाकें, आज भी देती हैं रॉयल लुक
मुगलों के समय की पोशाकें आज भी फैशन में बनी हुईं हैं। चाहे वह शेरवानी हो अनारकली सूट हो या सलवार कमीज इन्हें आज भी उतना ही पसंद किया जाता है जितना मुगलों के समय में किया जाता था। ये आपकाे रॉयल लुक देती हैं। लोग इन्हें ज्यादातर शादियों या किसी खास मौकों पर पहनना पसंद करते हैं। आइए उन पोशाकों के बारे में जानते हैं-

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत का मुगल काल अपनी अनोखी वास्तुकला और संस्कृति के लिए फेमस था। इससे भी हटकर कोई चीज खास थी तो वो हैं उस समय पहने जाने वाले शाही पोशाक। इन पोशाकों को आज भी प्राथमिकता दी जाती है। कुल मिलाकर ये कभी आउट ऑफ फैशन हुए ही नहीं। मुगल बादशाह और उनकी बेगम जो पोशाक पहनती थीं, वह न केवल भव्यता और शान का प्रतीक थे, बल्कि उनमें बारीक कढ़ाई, रेशम, जरी जैसी कढ़ाई भी होती थी।
यही कारण है कि आज भी कुछ पारंपरिक पोशाक फैशन का अहम हिस्सा बनी हुई हैं। लोग इन्हें शादियों, त्योहारों और किसी स्पेशल ओकेजन पर पहनना पसंद करते हैं। आज हम आपको ऐसी ही मुगलकालीन शाही पोशाकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अभी भी फैशन में बनी हुई हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
शेरवानी
आपने देखा होगा कि लोग आज भी खास मौकों पर शेरवानी पहनना पसंद करते हैं। शेरवानी एक लंबा, भारी कढ़ाई और कोट जैसा पोशाक होता है। इसे मुगलकाल में शाही लोग पहना करते थे। यह ड्रेस रेशम, मखमल और जरी के धागों से बनी होती थी। इसे ज्यादातर जरीदार कढ़ाई से तैयार किया जाता था जो इसकी सुंदरता को और बढ़ा देता था और इसे शाही लुक देता था।
अनारकली
आपको बता दें कि इस सूट का नाम एक मशहूर वेश्या अनारकली से लिया गया है। इनके बारे में कहा जाता है कि उन्हें मुगल राजकुमार सलीम (जहांगीर) से बेहद प्रेम था। ऐसे में उनके नाम पर भी ये ड्रेस बना दिया गया। अनारकली सूट में फिट चोली और फ्लेयर्ड घेर होता है, जो इसे शाही लुक देता है। इसे अक्सर शादियों में या किसी खास मौकों पर लड़कियां या महिलाएं पहनना पसंद करती हैं।
पेशवाज
पेशवाज एक लंबा, गाउन जैसा ड्रेस हाेता था, जो आमतौर पर कमर पर बांधे गए धागों से फिट किया जाता था। इसे जरी की कढ़ाई से तैयार किया जाता था। इसे ज्यादातर चूड़ीदार या फर्शी पजामा के साथ पहना जाता था। आज भी बॉलीवुड एक्ट्रेस इसे पहनना पसंद करती हैं।
सलवार
सलवार 13वीं शताब्दी में भारत आया था। मुगलों के समय में शाही परिवारों की ये पसंदीदा ड्रेस हुआ करती थी। धीरे-धीरे यह पंजाबी पोशाक का हिस्सा बना और महिलाओं की अलमारी का अहम हिस्सा बन गया। यह पहनने में काफी आरामदायक होता है। इसे कुर्ते और दुपट्टे के साथ पहना जाता है। पाकिस्तान में इसे आज भी ज्यादातर महिलाएं पहनना पसंद करती हैं।
फर्शी पजामा
फर्शी पजामा 14वीं सदी में अवध की शाही महिलाओं के बीच फेमस हुआ था। यह दिखने में लंबा होता है। ये एक तरह से ढीला-ढाला और टखनों के ऊपर से चौड़ा होता था। बाद में यह फर्शी-घरारा की तरह पहना जाने लगा। आज भी शाही घराने के लोग इसे पहनना पसंद करते हैं।
चूड़ीदार
चूड़ीदार एक टाइट फिटिंग वाला पोशाक है। इसे कुर्ती के साथ महिलाएं पहनती हैं। राजा लोग भी इसे कुर्ते के साथ पहना करते थे। यह मुगलों के समय 13वीं शताब्दी में फेमस हुआ था। इसका नाम इसलिए चूड़ीदार पड़ा क्योंकि इसे पहनने पर घुटनों के नीचे चूड़ियों जैसी सिलवटें बन जाती हैं। आज भी चूड़ीदार ट्रेंड में है।
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