Maina Samman Yojana: मंईयां सम्मान योजना को लेकर हेमंत के पुराने साथी ने कर दी बड़ी बात, मच गया सियासी घमासान
पूर्व राजस्व मंत्री दुलाल भुईयां ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला है। सोमवार को एक मामले में चाईबासा कोर्ट आए पूर्व मंत्री दुलाल भुईयां ने कहा कि मंईय ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, चाईबासा। पूर्व राजस्व मंत्री दुलाल भुईयां ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को सरकारी रेवड़ी बताया है। सोमवार को एक मामले में चाईबासा कोर्ट आए दुलाल भुईयां ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार का लॉलीपाप है।
इस योजना के लिए सरकार के पास फंड नहीं है। वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन और छात्रवृत्ति का पैसा न देकर सरकार मंईयां सम्मान योजना में पैसे बांटकर खजाना खाली कर रही है।
पूर्व मंत्री दुलाल भुईयां ने कहा- हम शिबू सोरेन के आदमी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के खनिज पर सरकार का ध्यान नहीं है। मुफ्त की रेवड़ी बांटकर सरकार कितने दिन चलाओगे। यहां की जनता एक दिन आपके बाल नोंच लेगी।
पूर्व मंत्री दुलाल भुईयां ने कहा, हम लोग शिबू सोरेन के आदमी हैं। उनके लिए कुछ भी कर सकते हैं। हेमंत सोरेन से हमारा क्या लेना-देना। वो पत्थर चोर हैं, जेल गए हैं।
भाजपा में आने के सवाल पर दिया जवाब
अभी हेमंत सोरेन के साथ सिर्फ चाटुकार लोग ही हैं। भाजपा में जाने के सवाल पर दुलाल ने कहा कि भाजपा अच्छी पार्टी है। अगर भाजपा चाहेगी तो हम राजनीति की पिच पर खेलने के लिए तैयार हैं।
टाटा समूह के विरुद्ध केस में पूर्व राजस्व मंत्री दुलाल भुईयां साक्ष्य के अभाव में बरी
चाईबासा के व्यवहार न्यायालय के एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रहे केस में पूर्व राजस्व मंत्री दुलाल भुईयां को सुनवाई के बाद कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में सोमवार को बरी कर दिया है।
वर्ष 2015-16 में टाटा कंपनी के कर्मचारियों के हक की मांग लेकर टाटा कंपनी ग्रुप के विरोध एक जनांदोलन हुआ था।
बिष्टुपुर थाना में दर्ज की गई थी प्राथमिकी
इसमें साफ-सफाई कर्मचारियों के हक अधिकार को लेकर उन्होंने टाटा कंपनी ग्रुप के व्यवस्था के खिलाफ यह लड़ाई लड़ी थी, जिसका नेतृत्व करने के कारण दुलाल भुईयां को षड्यंत्र के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था और पुलिस ने जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की थी।
पूर्व राजस्व मंत्री दुलाल भुईयां ने कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा विश्वास था जिसके फलस्वरूप कई वर्ष बाद आज उन्हें न्यायालय में सम्मान के साथ बरी कर दिया गया है।
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