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    झारखंड विधानसभा में BJP के विधायक ने DGP को क्यों कहा बेशर्म? उठा NTPC के DGM की हत्या का मामला

    Updated: Mon, 10 Mar 2025 07:02 PM (IST)

    झारखंड विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सोमवार को कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा ने पहली पाली में सदन में जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ...और पढ़ें

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    झारखंड विधानसभा में उठा NTPC के DGM की हत्या का मामला। (सांकेतिक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, रांची। हजारीबाग में एनटीपीसी कोयला परियोजना के केरेडारी में डिस्पैच विभाग के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या सहित हाल के दिनों में हुई घटनाओं के विरोध में भाजपा ने सोमवार को पहली पाली में सदन में जमकर हंगामा किया।

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    कानून व्यवस्था पर सदन में चर्चा कराने की मांग को लेकर कई भाजपा विधायक स्पीकर के समक्ष पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।

    स्पीकर रबींद्रनाथ महतो द्वारा बार-बार सीट पर जाने के अनुरोध के बाद भी उनका प्रदर्शन जारी रहा, जिससे स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे के लिए स्थगित करनी पड़ी। भाजपा के प्रदर्शन के कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका।

    नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने उठाया सवाल

    पहली पाली में विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने एनटीपीसी के डीजीएम की हत्या का मामला उठाते हुए कहा कि राज्य में लगातार हत्याएं हो रही हैं।

    पिछले दिनों चान्हो के आश्रम में हत्याएं हुईं। रांची में कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा को गोली मारी गई। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कानून व्यवस्था की इतनी बदतर स्थिति कभी नहीं हुई।

    बाबूलाल मरांडी ने कहा, सत्ता पक्ष के लोग कहते हैं, हेमंत है तो हिम्मत है, लेकिन अब लग रहा है कि हेमंत है तो अपराधी हैं। उन्होंने स्पीकर से कहा कि वर्तमान में राज्य में सबसे ज्वलंत मुद्दा विधि व्यवस्था की है। कोयलांचल के लोग परेशान हैं। इसलिए, सदन में सारा काम छोड़कर इस पर चर्चा कराने की आवश्यकता है।

    इस बीच भाजपा के अन्य विधायक भी एक साथ इसकी मांग करते हुए स्पीकर के समक्ष पहुंच गए। स्पीकर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया कि नेता प्रतिपक्ष ने अपनी बात रख दी है। यह सरकार के संज्ञान में आ गया है। वे प्रश्नकाल को बाधित न करें।

    इधर, भाजपा विधायक स्पीकर के समक्ष 'अपराधियों को संरक्षण देना बंद करो' और 'मुख्यमंत्री हाय-हाय' के नारे लगाने लगे। हंगामा के बीच ही सदन मुश्किल से छह-सात मिनट ही चला कि स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

    इस कारण न तो अल्पसूचित प्रश्न लिए गए और न ही तारांकित। हालांकि सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद शून्यकाल की सूचनाएं ली जा सकीं तथा ध्यानाकर्षण के भी प्रश्न आए।

    सीपी सिंह ने डीजीपी को कहा बेशर्म

    दोपहर 12.07 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी भाजपा विधायक सीपी सिंह ने एक बार फिर इस मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य में लोगों को जीना दुभर हो गया है। उन्होंने कहा कि डीजीपी इतने बेशर्म हैं कि कहते हैं कि जेल से हत्या की प्लानिंग हो रही है।

    ऐसा है तो पुलिस क्यों नहीं अपराधियों को रिमांड पर लेती है। सीपी सिंह ने कहा, राज्य में कोई सुरक्षित नहीं है। सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए कि अपराध की रोकथाम के लिए क्या कर रही है।

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