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    रांची अपहरण कांड: तीन दिन पहले की थी रेकी, कार में लगाई थी स्कूटी की नंबर प्लेट; जिम ट्रेनर है मुख्य आरोपित

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 11:10 AM (IST)

    रांची में बिशप वेस्टकाट स्कूल की छात्रा का अपहरण हुआ जिसे रामगढ़ पुलिस की मदद से दो घंटे में बरामद किया गया। पुलिस ने छह अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया जिनमें मुख्य आरोपी रुद्रांशु विश्वकर्मा एक जिम ट्रेनर है। उसने कर्ज चुकाने के लिए फिरौती की साजिश रची थी। अपराधियों ने छात्रा को सिरमटोली फ्लाईओवर के पास से अगवा किया था।

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    पुलिस ने छात्रा को सकुशल किया बरामद। (जागरण)

    जागरण टीम, रांची/रामगढ़। रांची में बिशप वेस्टकाट स्कूल की पांचवीं कक्षा की एक छात्रा का बुधवार को पांच नकाबपोश अपराधियों ने सिरमटोली फ्लाईओवर के पास से अपहरण कर लिया।

    घटना की जानकारी मिलने के बाद तत्परता दिखाते हुए दो घंटे के भीतर ही छात्रा को रामगढ़ पुलिस के सहयोग से कुजू में बरामद कर लिया गया। वहीं, शाम होते-होते घटना में शामिल छह अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

    लड़की के पिता का रांची में फल का व्यवसाय है। वहीं, अपहरण का मुख्य आरोपित रुद्रांशु विश्वकर्मा एक जिम ट्रेनर है।

    बताया जाता है कि उसने कई जगह से कर्ज ले रखा था और इस रकम को चुकाने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर छात्रा का अपहरण करने और उसके परिवार वालों से फिरौती वसूलने की साजिश रची।

    अपहरण के दौरान उसके साथी ऋषभ बर्मन ने मौके पर फायरिंग भी की थी। पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त कार के साथ ही अपराधियों के पास से देसी पिस्टल, कट्टा, दो गोलियां, एक खोखा, दो स्मार्टफोन और 5200 रुपये नकद बरामद किए हैं।

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    बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे कर्बला चौक निवासी फल कारोबारी की पुत्री टोटो से स्कूल जा रही थी। इसी क्रम में सिरमटोली फ्लाईओवर के पास कार पर सवार नकाबपोश अपराधियों ने टोटो को टक्कर मारते हुए नाबालिग छात्रा को हथियार दिखाकर जबरन कार में बैठाया और रामगढ़ की ओर भाग निकले।

    इस दौरान अपराधियों के दो सहयोगी भी बुलेट से साथ-साथ चल रहे थे। मौके पर दहशत फैलाने के लिए अपराधियों ने फायरिंग भी की। 

    मांडू थाना प्रभारी ने किया अपहर्ताओं का पीछा, पिस्तौल तानकर दी चेतावनी

    लड़की की बरामदगी में रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा की तत्परता और मांडू थाना प्रभारी सदानंद की बहादुरी देखने को मिली। रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि अपहरण की सूचना मिलने के बाद पूरा पुलिस महकमा हाई अलर्ट मोड में आ गया।

    रांची के सभी थानों में नाकेबंदी कर दी गई साथ ही पड़ोसी जिलों की पुलिस को भी सूचित कर उन्हें अलर्ट किया गया। सुबह 8.30 बजे लड़की का अपहरण होने के कुछ ही देर बाद पुलिस को रांची से अपहृत लड़की को कार में बिठाकर अपहर्ताओं के रामगढ़ की ओर भागने की जानकारी मिल चुकी थी।

    रांची से मिले इनपुट पर रामगढ़ के एसपी अजय कुमार ने भी तत्काल सभी थानों में नाकेबंदी करा दी। इस बीच मांडू थाना प्रभारी सदानंद कुमार ने पूर्वाह्न लगभग साढ़े नौ बजे उक्त कार को तेज रफ्तार से आते देखा। पुलिस व बैरियर को देख अपहर्ताओं ने यू टर्न लेते कार भगाने की कोशिश की।

    इसके बाद थाना प्रभारी अपहर्ताओं का पीछा करने लगे। कुजू में हेसागढ़ा पुल के पास अपहर्ताओं की कार और पुलिस की जीप एक-दूसरे के समानांतर आ गई। थाना प्रभारी सदानंद कुमार ने चलती गाड़ी से ही पिस्टल तानकर अपराधियों को रुकने की चेतावनी दी।

    चालक ने रुकने का इशारा किया लेकिन फिर भागने लगे। पुलिस वाहन भी उनके पीछे लगा रहा। अपहर्ता श्रीराम चौक कुजू से केबी गेट कॉलोनी मार्ग होकर भागने लगे।

    यहां खुद को पुलिस से घिरता देख बैंक आफ बड़ौदा शाखा के समीप बदमाशों ने चलती कार से छात्रा को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और तेज गति से कुजू चौक की ओर फरार हो गए। यहां छात्रा को बरामद कर पुलिस कुजू ओपी पहुंची।

    इसके बाद पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपहर्ताओं की तलाश में जुटी रही। पुलिस ने गोला–सिकिदरी मार्ग पर घेराबंदी कर कार सहित चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उनके दो अन्य सहयोगियों को भी रांची में गिरफ्तार कर लिया गया।

    अपहरण के लिए किराये पर ली थी कार, बदल दिया था नंबर प्लेट

    रांची के एसएसपी ने बताया कि छात्रा रांची के निवारणपुर में पेंटिंग क्लास में जाती थी, जहां रूद्रांशु विश्वकर्मा भी जाता था। रूद्रांशु को पता था कि छात्रा के पिता आफताब आलम एक फल व्यवसायी हैं और उनके पास पैसे हैं।

    अपहरण के बाद अपराधी छात्रा के पिता से 10 से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बना रहे थे। वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने किराये पर हुंडई आई 10 कार ( जेएच 01 एफपी- 8837) ली थी। इसके बाद पुलिस को चकमा देने के लिए वाहन के नंबर प्लेट पर स्कूटी का नंबर (जेएच01एफयू-6874) लिखवा दिया था।

    तीन पहले छात्रा की रेकी कर जुटा ली थी जानकारी

    अपराधियों ने तीन दिन पहले ही रेकी कर छात्रा के रूट और उसकी दिनचर्या की जानकारी जुटा ली थी। उन्होंने पता लगा लिया था कि छात्रा किस वाहन में कितने बच्चों के साथ स्कूल जाती है।

    इस जानकारी के आधार पर उन्होंने अपहरण की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। रांची पुलिस उस व्यक्ति को भी गोपनीय रूप से सम्मानित करेगी जिसने घटना के वक्त अपराधियों के द्वारा उपयोग की गई गाड़ी का नंबर नोट कर पुलिस को बताया था।

    डुप्लीकेट नंबर प्लेट बनाने वाला भी हिरासत में

    एसएसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि अपहरण मामले में चार मुख्य आरोपितों समेत दो सहयोगियों की गिरफ्तारी हुई है। आरोपितों में एक रूद्रांशु विश्वकर्मा, चर्च रोड का रहने वाला है, जो छात्रा को पहले से जानता था।

    इसके अलावा विकास कुमार दास मोरहाबादी का, ऋषभ बर्मन अरगोड़ा का और पीयूष कुमार केएम रोड रांची का है। इनके अलावा एक आरोपित नाबालिग है, जो रूद्रांशु विश्वकर्मा का दोस्त है। डुप्लीकेट नंबर प्लेट बनाने वाले को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 

    छात्रा न पहचाने इसके लिए अपराधियों ने पहना था नकाब

    सिरम टोली फ्लाई ओवर से छात्रा के अपरहण करने वाले अपराधी नकाब पहने हुए थे। छात्रा के मोहल्ले में रहने वाला अपराधी रूद्रांशु विश्वकर्मा को छात्रा नहीं पहचान सके, इसलिए वह नकाब पहने हुए थे। वहीं, छात्रा को भी अपहरण के बाद आंख पर पट्टी बांध कर पिछली सीट पर बिठाया गया था।

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