Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    झारखंड कांग्रेस: नए चेहरों में पुरानी पैरवी, बाहरी नेताओं को भी जिलाध्यक्ष का ताज

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 02:00 AM (IST)

    रांची कांग्रेस में नई टीम के गठन में पुराने चेहरों को ही प्राथमिकता मिली है। प्रभारी के.राजू ने नए लोगों को अवसर देने की बात कही थी लेकिन कई जिलों में पुराने और परिचित नेताओं को ही जिलाध्यक्ष बनाया गया है। बड़े नेताओं और मंत्रियों की पसंद का ख्याल रखा गया है। चतरा और लातेहार के जिलाध्यक्षों की सदस्यता पर भी सवाल उठे हैं।

    Hero Image
    संगठन सृजन पर सवाल, बड़े नेताओं की पैरवी से बनी जिलाध्यक्षों की सूची। सांकेतिक फोटो

    आशीष झा, रांची। कांग्रेस की नई टीम में संगठन सृजन के संकल्प का बंटाधार होता दिख रहा है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के.राजू ने बड़ी-बड़ी बातें जरूर की थी और कुछ जिलों में ऐसा लग भी रहा है कि नए लोगों को मौका मिला है, लेकिन कई जिलों में पुराने और जाने-पहचाने लोगों को ही जिलाध्यक्ष बनाया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहले पार्टी की ओर से दावा किया गया था कि समर्पित और कट्टर कांग्रेसी नेताओं को जिलाध्यक्ष बनने का मौका मिलेगा। हालांकि, नई सूची कई मामलों में ऐसे दावों का खंडन करती है। सूची में स्पष्ट तौर पर बड़े नेताओं, मंत्रियों की पसंद का ख्याल रखा गया है।

    पूर्व प्रदेश अध्यक्षों राजेश ठाकुर, सुखदेव भगत और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू के साथ-साथ विधायक दल के उपनेता राजेश कच्छप तक की पसंद का ख्याल रखा गया है।

    चतरा और लातेहार के जिलाध्यक्ष के कांग्रेस की सदस्यता को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार में मंत्रियों डॉ. इरफान अंसारी और राधाकृष्ण किशोर का भी प्रभाव दिख रहा है। हालांकि राधाकृष्ण किशोर अपने पुत्र को जिलाध्यक्ष नहीं बनवा सके।

    यही हाल केएन त्रिपाठी का रहा जो अपने भाई को जिलाध्यक्ष बनाने के लिए प्रयासरत थे। जामताड़ा में दीपिका बेसरा को मंत्री इरफान अंसारी की पसंद पर दोबारा जिलाध्यक्ष बनाया गया है।

    धनबाद के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के लिए अनूप सिंह पैरवी कर रहे थे तो देवघर में मुकुंद दास को प्रदीप यादव की पसंद पर जिलाध्यक्ष का ताज मिला है। अभी कुछ महीने पूर्व ही उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा था।

    कांग्रेस सूत्रों की मानें तो कोडरमा में भी हाल में ही माले से नाता तोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए प्रकाश रजक को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। रांची ग्रामीण के जिलाध्यक्ष सोमनाथ मुंडा विधायक सुरेश बैठा और राजेश कच्छप के करीबी बताए जाते हैं।

    गुमला के जिलाध्यक्ष सुखदेव भगत के सांसद प्रतिनिधि रह चुके हैं। साहेबगंज में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पसंद का ख्याल रखा गया है।

    सरायकेला खरसावां में राज बागची को जिलाध्यक्ष बनाया गया है उन्हें कांग्रेस में शामिल हुए एक साल भी नहीं हुआ है। इनकी पैरवी सुबोधकांत सहाय कर रहे थे।

    यह भी पढ़ें- Jamshedpur News: ओवरलोड मालगाड़ी में तकनीकी खराबी, हावड़ा-मुंबई मार्ग एक घंटे रही प्रभावित

    यह भी पढ़ें- Godda News: आदि कर्मयोगी अभियान से आदिवासी क्षेत्र में विकास की लहर, 244 गांवों में तैयार होगा विलेज एक्शन प्लान