Jharkhand Crime : साइबर ठगी पर पुलिस का शिंकजा, दो को मौके से दबोचा; पूछताछ में हैरान करने वाला खुलासा
Cyber Fraud झारखंड में साइबर ठगी के खिलाफ साइबर पुलिस का लगातार एक्शन जारी है। इस बीच दो लाख रुपये के अवैध हस्तांतरण मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपित दुमका और एक देवघर का रहने वाला है। इनके पास से भारी मात्रा में सामान भी बरामद किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। Cyber Fraud साइबर पुलिस ने 2.09 लाख रुपये के अवैध हस्तांतरण मामले में दुमका व देवघर से दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में दुमका जिले के मसलिया थाना क्षेत्र के दुबराजपुर स्थित खुटोजोरी बड़ा टोला निवासी साजिद अंसार व देवघर जिले के सारठ थाना क्षेत्र के बामनडीहा पंचायत बगडबरा का जमालुद्दीन अंसारी शामिल हैं। इन आरोपितों के पास से पांच मोबाइल, छह सिमकार्ड, तीन पासबुक, एक चेकबुक, एक एटीएम व एक पैनकार्ड की बरामदगी हुई है।
20 फरवरी को साइबर अपराध थाने में एक पीड़िता ने अज्ञात साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पीड़िता ने दर्ज शिकायत में बताया था कि साइबर अपराधियों ने मीशो एप कस्टमर केयर का प्रतिनिधि बनकर अव्वल डेस्क एप डाउनलोड करवाकर कुल दो लाख, छह हजार 496 रुपये विभिन्न खाताओं में हस्तांतरित करवा लिया। साइबर अपराध थाने की पुलिस ने छानबीन के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
वेब पेज पर फर्जी नंबर डालकर करते थे ठगी
साइबर अपराध थाने की पुलिस ने छानबीन में पाया कि गिरफ्तार आरोपित वेबसाइट पेज बनाने वाले वेबसाइट सर्विसेज जैसे विक्स डॉट काम, हाप्प डॉट बायो, लिंक फोरेस्ट, गूगल फायर बेस, कैंपसाइट डॉट बायो आदि का प्रयोग कर कस्टमर केयर कंप्लेंट्स, ऑनलाइन कंप्लेंट्स, कस्टमर केयर 24 गुणा सात साल्यूशन के नाम पर वेब पेज बनाते थे। इसमें वे फर्जी नंबर डाल देते थे। इसके बाद वह इन वेब पेज को गूगल एड्स के माध्यम से गूगर में डाल देते थे।
ये हैं फर्जी वेब पेज, जिसके माध्यम से की ठगी
हाप्प डॉट बो/अमित-अग्रवाल नाम के वेब पेज में कस्टमर केयर नंबर 9679863481, लिंक फोरेस्ट डॉट वेब डॉट एप/ऑनलाइन कंप्लेंट नाम के वेब पेज में कस्टमर केयर नंबर 9193571436, 9193571436 डाला। इसी प्रकार कंपोजिट डॉट बायो/ऑनलाइन सपोर्ट कंप्लेंट्स में कंस्टमर केयर का नंबर 8180084431 डाला। इन सभी वेब पेज को अभियुक्तों ने बनाया है, जिसमें कस्टमर केयर के नाम पर फर्जी नंबर डाला है।
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