Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नहीं जा पाएंगे महाकुंभ! 3 अप्रैल तक प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों में सीट नहीं, हजारों यात्री परेशान

    Updated: Thu, 20 Feb 2025 10:10 PM (IST)

    प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों में सीट की भारी कमी हो गई है। जनरल कोच की कमी के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है और केवल 100 जनरल टिकट ही बिक रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने कड़ी निगरानी रखी है और सुरक्षा के लिए 85 सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं। यात्री अधिक संख्या में अन्य स्टेशनों के टिकट खरीद रहे हैं जिससे स्थिति और जटिल हो रही है।

    Hero Image
    3 अप्रैल तक प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों में सीट नहीं, हजारों यात्री परेशान

    जागरण संवाददाता, रांची। प्रयागराज जाने के लिए ट्रेनों में सीट की उपलब्धता एक बड़ी समस्या बन चुकी है। महाकुंभ यात्रा के लिए वर्तमान समय में यात्रियों की लंबी सूची है। इनकी संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि यदि एक-दो दिन छोड़कर देखा जाए तो तीन अप्रैल तक प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सीट उपलब्ध नहीं हैं। केवल एक या दो ट्रेनों में ही गिने-चुने सीट ही उपलब्ध हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महाकुंभ समाप्त हो जाने के बाद भी यात्री सीट के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। कुछ ट्रेनों में स्लीपर क्लास तो कहीं थर्ड एसी में सीटें खाली हैं, लेकिन इससे यात्रियों की समस्या दूर होते नहीं दिख रही है। अगले 40 दिनों तक कोई खास राहत नहीं है। इस समय यात्रा करने की योजना बना रहे यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ सकता है।

    जनरल कोच की कमी, सिर्फ 100 सामान्य टिकट ही बेचे जा रहे

    रांची से महाकुंभ यात्रा के लिए बढ़ती यात्री संख्या के कारण जनरल कोच की भारी कमी हो रही है। रेलवे स्टेशन पर केवल 100 जनरल टिकट ही बेचे जा रहे हैं, जबकि यात्रियों की संख्या बहुत अधिक हो चुकी है। इस कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है।

    बहुत से यात्री प्रयागराज के टिकट के बजाय आगे के अन्य स्टेशनों के टिकट खरीद रहे हैं, ताकि सीट मिल सके। इससे जनरल टिकट वाले यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है।

    इस समस्या से निपटने के लिए रेलवे प्रशासन वेंडिंग काउंटरों और ऑनलाइन टिकट बिक्री पर कड़ी निगरानी रख रहा है। इसका उद्देश्य यात्रियों के लिए बेहतर प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण को सुनिश्चित करना है।

    85 सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं रांची स्टेशन पर

    रेलवे प्रशासन की ओर से कोचों की संख्या में वृद्धि न किए जाने के कारण यात्री परेशान हैं। उदाहरण के तौर पर, गुरुवार को हटिया रेलवे स्टेशन से रांची स्टेशन तक चलने वाली स्वर्णजयंती एक्सप्रेस के जनरल कोच में भारी भीड़ देखने को मिली। रांची स्टेशन से चढ़ने वाले यात्री जब ट्रेन में सवार होने पहुंचे, तो उन्हें सीट नहीं मिली।

    प्लेटफॉर्म पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी के जवानों ने लगातार निगरानी रखी। सुरक्षा बलों ने यात्रियों को पंक्तिबद्ध करने के लिए उन्हें समझाने का प्रयास किया, ताकि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। इस दौरान रांची स्टेशन पर कुल 85 सुरक्षा कर्मी तैनात थे, जो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे थे।

    फुट ओवर ब्रिज पर की गई है बैरिकेडिंग

    यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज पर बैरिकेडिंग भी की गई है। इसका उद्देश्य यह था कि कोई भी यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन की तरफ न दौड़े और किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। इसके बावजूद यात्रियों की बढ़ती संख्या और टिकट की कमी की समस्या जस की तस बनी हुई है, जो आगामी दिनों में और भी गंभीर हो सकती है।

    स्वर्ण जयंती को यात्री ने रोका

    ट्रेन चलने के बाद एक यात्री द्वारा चेन पुलिंग करने पर स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस रूक गई। खुलने के बाद स्वर्ण जयंती दो बार और रूक गई। बाद में उस यात्री को पकड़ कर आरपीएफ पोस्ट रांची में लाया गया, जो बताया कि वह गलती से गोड्डा जाने वाली ट्रेन के बदले स्वर्ण जयंती ट्रेन में चढ़ गया था। बाद में संबंधित यात्री पर कानूनी प्रक्रिया की गई और उसे गोड्डा जाने के लिए रवाना कर दिया गया।

    ये भी पढ़ें- Railway News: बेतिया के लोगों को मिली यह स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन, इन तीर्थस्थानों का कर सकेंगे दर्शन

    ये भी पढ़ें- Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि से पहले प्रयागराज जाने वाले 12000 यात्री फंसे, आधा दर्जन ट्रेनें कैंसिल