झारखंड में कांग्रेस ने अगले 5 साल के लिए रोडमैप किया तैयार, कार्यकर्ताओं को मिला 100 दिनों का टास्क
Jharkhand Congress प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के. राजू 6 दिनों तक झारखंड में विभिन्न स्तरों पर पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अगले सौ दिनों के लिए कार्य आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल तक पार्टी नेता-कार्यकर्ता कैसे काम करेंगे इसका रोडमैप तैयार किया गया है।
राज्य ब्यूरो, रांची। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के. राजू छह दिनों तक झारखंड में विभिन्न स्तरों पर पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अगले सौ दिनों के लिए कार्य आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा कि तमाम नेताओं को प्रदेश कमेटी में अपनी दावेदारी करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
सीधे सीनियर्स से जुड़ेंगे आम कार्यकर्ता
इनके आवेदनों के आधार पर कमेटी का गठन होगा। अप्रैल मध्य तक झारखंड कांग्रेस एप सभी कार्यकर्ताओं के मोबाइल में इंस्टाल हो जाएगा। इसके माध्यम से आम कार्यकर्ता सीधे सीनियर्स के साथ जुड़ा रहेगा।
इस एप के माध्यम से कार्यकर्ताओं को कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी तो सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा। इसके माध्यम से कार्यकर्ताओं की शिकायतें और सुझाव सीनियर लीडर्स तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस संगठन को गांव स्तर से प्रदेश स्तर तक मजबूत करना है। सिर्फ संगठन से पार्टी नहीं बनेगी, कुछ एक्टिविटी भी होनी चाहिए।
पार्टी ने रोडमैप किया तैयार
उन्होंने कहा कि अगले पांच साल तक पार्टी नेता-कार्यकर्ता कैसे काम करेंगे इसका रोडमैप तैयार किया गया है। राजनीतिक दल सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए नहीं, बल्कि लोगों के इश्यू पर काम करने के भी होते हैं।
उन्होंने कहा कि बोर्ड निगम और पंचायती राज संस्थाओं के बारे में विस्तार से मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई। सीएम ने इस मुद्दे पर स्पष्ट संकेत दिए और भागीदारी को लेकर भी चर्चा हुई। तमाम लंबित मामलों का हल करने के लिए सीएम सक्रिय है।
सीएम को दी बधाई
उन्होंने मुख्यमंत्री को अनुसूचित जाति परामर्शदाता परिषद के गठन को लेकर बधाई दी। के. राजू ने कहा कि देश में पहली बार कोई राज्य ऐसा काम करने जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के. राजू।
के. राजू ने कहा कि पेसा नियमावली के लिए कांग्रेस पार्टी सक्रिय है और सभी प्रकार के संगठन प्रेस कान्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, सुबोधकांत सहाय, राकेश सिन्हा, सतीश पाल मुंजनी समेत अन्य मौजूद थे।
प्रकृति के संरक्षण और प्रेम का पाठ पढ़ाता है सरहुल पर्व
आदिवासी समाज में मनाया जाने वाला सरहुल पर्व भारत वर्ष में पर्यावरण, जंगल, पहाड़ और पानी को संरक्षित करने का संदेश देता है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के. राजू ने कहा कि यह पर्व हमें प्रकृति से प्रेम करना सिखाता है।
कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की के द्वारा बनहौरा में सरहुल के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराने के बाद प्रदेश प्रभारी के. राजू ने कहा कि जिस समाज में प्रकृति की पूजा की जाती है, वह निश्चित रूप से संवेदनशील समाज होता है।
प्रकृति पूजक आदिवासी समाज पर्यावरणीय संतुलन को बरकरार रखने, जंगलों की रक्षा के लिए कृत संकल्प होता है। सरहुल के संदेश से पूरे विश्व को सीखने की आवश्यकता है। आज पूरे विश्व में वनों को बचाने और उनके क्षेत्रफल बढ़ाने पर चर्चा की जा रही है।
झारखंड में इस दिशा में काफी प्रयास जारी है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, सतीश पाल मुंजनी, शांतनु मिश्रा, अजय नाथ शाहदेव, रियाज अंसारी आदि उपस्थित थे।
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