Jharkhand: मुख्य चुनाव आयुक्त ने की झारखंड के BLO दीदियों की तारीफ, बोले- ट्रेनिंग प्रोग्राम में बनेंगी ट्रेनर
झारखंड की बीएलओ खासकर रांची के दुर्गम इलाकों में काम करने वाली अब राष्ट्रीय स्तर पर अन्य राज्यों की बीएलओ को प्रशिक्षित करेंगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए यह घोषणा की। ये बीएलओ अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी और उन्हें मतदाता सूची प्रबंधन और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के तरीकों के बारे में बताएंगी। इससे झारखंड का नाम रोशन होगा।

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड के रांची जिला स्थित दशम जैसे दुर्गम क्षेत्र में कार्य करने वाली बीएलओ (शिक्षिका, आंगनबाड़ी सेविका) निर्वाचन से जुड़े राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में ट्रेनर की भूमिका निभाएंगी।
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने निर्वाचन में उनके बेहतर कार्यों को देखते हुए रविवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा है कि दशम जलप्रपात जैसे दुर्गम क्षेत्र की बीएलओ दीदियां भारत में कार्यरत सभी बीएलओ के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
इन्होंने ऐसे दुर्गम क्षेत्र के कठिनाइयों को सामना करते हुए हर घर तक अपनी पहुंच बनाई और मतदान प्रतिशत भी बेहतर किए हैं। झारखंड की बीएलओ ने साबित किया है कि 'जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे बीएलओ दीदी'।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने रविवार को दशम में बीएलओ के साथ संवाद कार्यक्रम के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा एक पहल किया गया, जिसके तहत देश के विभिन्न राज्यों के बीएलओ को दिल्ली बुलाकर प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।
दशम जलप्रपात की बीएलओ दीदियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक ट्रेनर के रूप में भाग लेने के लिए बुलाया जाएगा। इससे देश के अन्य बीएलओ भी इनकी कार्यशैली को जान सकेंगे एवं इनसे प्रेरित हो सकेंगें।
उन्होंने बताया कि झारखंड की चुनावी प्रक्रिया में जुड़े हुए हर स्तर के पदाधिकारियों से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ। झारखंड में एक लाख से भी अधिक चुनाव से जुड़े कर्मचारी निष्ठापूर्वक एवं ईमानदारी से कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव के तीन मुख्य घटक होते हैं- पहला चुनाव आयोग का संस्थागत ढांचा, दूसरा मतदाता सूची और तीसरा मतदान एवं मतगणना।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का संस्थागत ढांचा, जिसमें चुनाव के समय केवल 500 लोगों की संस्था वाला चुनाव आयोग डेपुटेशन पर अन्य लोगों को समाहित करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी संस्था बन जाती है और 10.5 लाख मतदान केंद्रों पर एक जैसी प्रक्रिया में मतदान सम्पन्न कराती है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि मतदान के साथ-साथ मतदाता सूची को बनाने के लिए सभी 10.5 लाख बीएलओ एवं राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट साथ में सामंजस्य स्थापित करते हुए कार्य करते हैं।
इससे पूर्व बीएलओ के स्वागत संबोधन में झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि पिछले चुनावों में दुर्गम क्षेत्र के बीएलओ ने बहुत मेहनत से काम किया है एवं बारीकी से मतदाता सूची के निर्माण का कार्य किया है।
उनके द्वारा क्यू मैनेजमेंट में भी बेहतर योगदान दिया गया है, जिससे मतदान की प्रक्रिया को गति प्रदान हो सकी। इस अवसर पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा, रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, रांची के ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, देवदास दत्ता आदि उपस्थित थे।
राष्ट्र सेवा के लिए प्रथम सीढ़ी है मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने पूरे देश के मतदाताओं से मतदान की अपील करते हुए कहा कि राष्ट्र सेवा के लिए प्रथम सीढ़ी मतदान है।
मतदान करने के लिए मतदाता सूची में अपना नाम अवश्य जुड़वाएं। कोई भी भारत का नागरिक जो 18 वर्ष से अधिक का हो छूटना नहीं चाहिए और जब भी मतदान का समय आए अपने मत का दान अवश्य करें।
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