Jharkhand Politics: नंबर गेम में पिछड़ी BJP, पार्टी के पास सिर्फ 21 MLA; राज्यसभा में नहीं मिलेगी सीट
झारखंड विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद आने वाले राज्यसभा चुनाव में भी सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन का दबदबा रहेगा। भाजपा के पास अभी इतने विधायक नहीं हैं कि वह राज्यसभा में अपने दम पर प्रत्याशी को जिताकर भेज सके। अगले पांच वर्ष के दौरान राज्यसभा की चार सीटें रिक्त होगी और भाजपा के लिए जीत की संभावना कम ही दिख रही है।

प्रदीप सिंह, रांची। झारखंड में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election 2024) में शानदार जीत के बाद भविष्य में होने वाले राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election) में भी सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन का दबदबा होगा। झारखंड से राज्यसभा चुनाव में जीत वर्ष 2029 तक भाजपा के बूते के बाहर की बात होगी।
उल्लेखनीय है कि अगले पांच वर्ष के दौरान राज्यसभा की चार सीटें रिक्त होगी। भाजपा के पास अभी इतने विधायक नहीं हैं कि वह राज्यसभा में अपने दम पर प्रत्याशी को जिताकर भेज सके। एनडीए के घटक दलों आजसू पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और लोजपा (रामविलास) को भी मिलाकर एक प्रत्याशी को जीत दिलाने लायक आंकड़ा पूरा नहीं होता है।
27 विधायकों की जरूरत
राज्यसभा में जीत हासिल करने के लिए न्यूनतम 27 विधायकों के प्रथम वरीयता के वोट आवश्यक हैं। अभी जो आंकड़ा भाजपा के पास है, उसमें जोड़-तोड़ किए बगैर राज्यसभा के लिए भाजपा प्रत्याशी की कोई संभावना नहीं बनती है।
भाजपा के पास 21 विधायक हैं, जबकि आजसू पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और लोजपा (रामविलास) को मिलाकर एनडीए के सभी विधायकों की संख्या 24 होती है। ऐसे में एक सीट पर जीत का जादुई आंकड़ा पार्टी के पास नहीं होगा।
झारखंड से राज्यसभा में भी दबदबा हो जाएगा झामुमो का
राजनीतिक ताकत बढ़ाने के साथ-साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राज्यसभा में भी अपनी भागीदारी बढ़ाई है। राज्यसभा में फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा के तीन और भाजपा के तीन सदस्य हैं। आगामी पांच वर्षों में राज्यसभा की चार सीटें रिक्त हो जाएगी, जिसमें दो पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है।
राजनीतिक उलटफेर नहीं हुआ तो भाजपा के हाथों से ये दोनों सीटें छिटक जाएगी। ऐसे में इसपर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस आपसी तालमेल से कब्जा जमा सकते हैं।
फिलहाल, शिबू सोरेन, महुआ माजी और सरफराज अहमद झारखंड मुक्ति मोर्चा से और दीपक प्रकाश, आदित्य साहू एवं प्रदीप वर्मा भाजपा से राज्यसभा में सदस्य हैं। 21 जून 2026 को शिबू सोरेन और दीपक प्रकाश एवं सात जुलाई 2028 को महुआ माजी एवं आदित्य साहू का कार्यकाल पूरा हो जाएगा।
झारखंड से राज्यसभा सदस्य | पार्टी | अवधि |
शिबू सोरेन | झामुमो | 21 जून 2026 तक |
दीपक प्रकाश | भाजपा | 21 जून 2026 तक |
आदित्य साहू | भाजपा | 7 जुलाई 2028 तक |
महुआ माजी | झामुमो | 7 जुलाई 2028 |
प्रदीप कुमार वर्मा | भाजपा | 3 मई 2030 |
सरफराज अहमद | झामुमो | 3 मई 2030 |
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