Bird Flu: रांची में बर्डफ्लू की पुष्टि के बाद मचा हड़कंप, प्रशासन अलर्ट; तेज किए गए पोल्ट्री फार्म के सर्वे
रांची में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद झारखंड में हड़कंप मचा हुआ है। रांची में पशुपालन विभाग की ओर से पोल्ट्री फार्म का सर्वे तेज कर दिया गया है। बिरसा वेटनेरी कॉलेज के पोल्ट्री फार्म के मुर्गों के जांच किए गए नमूनों में एच5एन1 एवीएन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हुई है। पुष्टि के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है और सभी विभागों को सतर्क कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी रांची में एक बार फिर से बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। छह फरवरी को आईसीएआर-एनआएसएडीईएच भोपाल में बिरसा वेटनेरी कॉलेज के पोल्ट्री फार्म के मुर्गों के जांच किए गए नमूनों में एच5एन1 एवीएन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हुई है।
इसके बाद केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर एतिहतायत कदम उठाने को कहा है। वहीं जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। सभी विभागों को सतर्क कर दिया गया है। गत वर्ष अप्रैल माह में बर्ड फ्लू की एंट्री हुई थी।
10 किलोमीटर की परिधि में पक्षियों की होगी निगरानी
आईसीएआर-एनआएसएडीईएच भोपाल से सैंपल में संक्रमण की पुष्टि हो जाने के बाद 1 से 10 किमी की परिधि में पाये जाने वाले वन क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी, इनके वीट कलेक्शन और इसकी निगरानी करते हुए सैम्पलिंग की जाएगी।
एक्शन प्लान के तहत आरआरटी टीम में शामिल सदस्य बिरसा वेटनेरी कॉलेज के पोल्ट्री फार्म के शेष बचे मुर्गों का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण करने के बाद संक्रमित क्षेत्र की वैज्ञानिक विधि से संपूर्ण क्लीनिंग करने के साथ ही इस क्षेत्र को संक्रमण मुक्त करेंगे।
एक्शन प्लान में जहां से महामारी फैली है, उससे एक किलोमीटर की परिधि में जिला प्रशासन के सहयोग से कुक्कुट पालन से संबंधित सर्वेक्षण किया जाना है।
संक्रमण के केंद्र बिंदु से 10 किमी के परिधि के क्षेत्र का मानचित्र बनाया जाएगा। एक से 10 किलोमीटर तक सर्विलांस जोन के रूप में चिह्नित करते हुए इस क्षेत्र में इन्फ्लूएंजा संक्रमण की सघन निगरानी की जाएगी।
वेटनरी कॉलेज में बर्ड फ्लू के बाद दो महिला कर्मियों का लिया गया सैंपल
रांची के बिरसा वेटनरी कॉलेज में बर्ड फ्लू वायरस की सूचना के बाद पशुपालन विभाग सतर्क हो गया है। शनिवार को पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थल का दौरा किया और वहां काम करने वाली दो महिलाओं का सैंपल लिया है।
दोनों महिलाओं को आइसोलेशन में रखा गया है। कॉलेज के डीन डॉ. सुशील प्रसाद ने बताया कि गिनी फाउल (चाइनीज मुर्गी) के फार्म में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। कुछ दिनों पहले फार्म में रोजाना कुछ मुर्गियों की मौत हो रही थी।
इसको देखते हुए छह फरवरी को सैंपल लेकर भोपाल भेजा गया। जांच के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। उसके बाद फार्म में खाना देने वाले प्लेट सहित अन्य सामग्रियों को जला दिया गया है। काम करने वाली महिलाओं को एक अलग स्थान पर रखा गया है।
चिकित्सकों ने घटनास्थल का किया दौरा
चिकित्सकों की एक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया है और महिला कर्मियों का सैंपल लिया गया है। उस क्षेत्र को सैनिटाइज भी किया गया है। फिलहाल उक्त मुर्गियां के अंडा देने का सीजन नहीं है। अभी तक जिला प्रशासन की ओर से पक्षियों को मारने का कोई आदेश नहीं दिया गया है।
एक्शन प्लान के तहत आरआरटी टीम में शामिल सदस्य बिरसा वेटनरी कॉलेज के वैज्ञानिक विधि से निस्तारण करने के बाद संक्रमित क्षेत्र का वैज्ञानिक विधि से क्षेत्र को संक्रमण मुक्त करेंगे।
एक्शन प्लान के तहत एक किलोमीटर की परिधि में जिला प्रशासन के सहयोग से सर्वेक्षण किया जा रहा है। संक्रमण के केंद्र बिंदु से दस किलोमीटर के परिधि तक सर्विलांस जोन के रूप में चिह्नित करते हुए इस क्षेत्र में संक्रमण की निगरानी की जाएगी।
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