Jharkhand Teacher Transfer: शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू, ऐसे करें अप्लाई
शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया है। शिक्षक अगले वर्ष 18 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए तैयार पोर्टल तैयार किया है। वहीं पहले से ऑफलाइन आवेदन कर चुके शिक्षको को भी ऑनलाइन आवेदन करने का सुझाव दिया गया है। 18 मार्च तक ऑनलाइन आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, रांची। प्राथमिक, माध्यमिक एवं प्लस टू शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण को लेकर टीचर्स ट्रांसफर पोर्टल गुरुवार को खुलेगा। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसके लिए 'टीचर ट्रांसफर डाट झारखंड डाट जीओवी डाट इन' पोर्टल तैयार किया है। शिक्षकों को पारस्परिक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन ही देना होगा।
शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने इसे लेकर सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को पत्र भेज दिया है। साथ ही ऑनलाइन प्रक्रिया के निष्पादन को लेकर समय सीमा तय कर दी है। इसके तहत शिक्षक अगले वर्ष 18 फरवरी तक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
पारस्परिक स्थानांतरण के लिए आवेदन शुरू
- 18 फरवरी तक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे शिक्षक।
- जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा 18 मार्च तक ऑनलाइन आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा।
- 18 अप्रैल तक जिला शिक्षा स्थापना समिति में स्थानांतरण का अनुमोदन होगा।
- राज्य स्तरीय समिति की स्वीकृति के लिए ऑनलाइन ही भेजा जाएगा।
सचिव ने पदाधिकारियों को इसकी जानकारी सभी शिक्षकों को देने के निर्देश दिए हैं, ताकि इच्छ़ुक शिक्षक इसका लाभ ले सकें। पारस्परिक स्थानांतरण के लिए पूर्व में निदेशालय या जिला स्तर पर ऑफलाइन आवेदन दे चुके शिक्षकों से भी अनिवार्य रूप से ऑनलाइन आवेदन करने का सुझाव दिया गया है।
शिक्षकों की मांगें पूरी होंगी
शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं,सीमित संसाधनों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में जुटे हैं। इनके अथक प्रयास की बदौलत शिक्षा का ग्राफ बढ़ा है।
ये बातें हुसैनाबाद विधायक संजय कुमार सिंह यादव ने अपने आवास पर आयोजित एक सादे समारोह में अजप्ता के दर्जनों शिक्षकों के बीच कही। इससे पूर्व अजप्ता के पदाधिकारियों व सदस्यों ने विधायक को फूल माला देकर उन्हें बधाई दी।
अजप्ता के हुसैनाबाद प्रखंड अध्यक्ष जुबैर अंसारी ने शिक्षा शिक्षक जनित समस्याओं में पद रिक्तता के सापेक्ष में वांछनीय ग्रेडों में लंबित प्रोन्नति और सभी कोटि के शिक्षकों को एक समान लाभ प्रदान करने वाले एमएसीपी के बारे में ध्यान आकृष्ट कराया।
प्रखंड सचिव निर्मल कुमार ने कहा कि शिक्षकों की काफी अपेक्षाएं हैं। शिक्षक वर्ग बिल्कुल गरीब गुरबों के परिवार से आता है। सरकार इसी वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की समस्याओं पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए, लेकिन त्रासदी है कि शिक्षा विभाग में समस्याओं का अंबार है।
प्रत्येक वर्ष शिक्षक रिटायर कर रहे हैं, लाभ से वंचित हो रहें हैं। वैधानिकता के साथ मानवीय मूल्यों के भी प्रतिकूल है। आज न तो ससमय प्रोन्नति ही मिली है और न अन्य राज्यकर्मियों की तरह वृत्ति उन्नयन दिलानेवाला एमएसीपी ही मिला है।
बीते वर्ष 24 अगस्त को राजभवन के समक्ष जोरदार आंदोलन तहत आमरण अनशन किया गया था। आपका भी सहयोग और आश्वासन मिला है। मुख्यमंत्री का भी आश्वासन मिला है। शिक्षामंत्री के पहल पर शिक्षा विभाग और वित्त विभाग के साथ बैठक भी हुई, लेकिन परिणाम बेनतीजा रहा।
मौके पर विधायक संजय कुमार सिंह यादव ने कहा कि शिक्षकों की दोनों मांगों में प्रोन्नति संबंधित पहल यथाशीघ्र करेंगे। एमएसीपी हेतु 15 जनवरी के पूर्व शिक्षामंत्री और वित्त मंत्री के साथ अजाप्टा की बैठक कराने का काम करेंगे।
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