Maiya Samman Yojana: अब तो बजट भी आ गया, मंईयां सम्मान योजना की किस्त कब आएगी? सरकार ने दिया अपडेट
झारखंड सरकार ने घरेलू गैस सिलेंडर 450 रुपये में देने की घोषणा को पूरा करने का भरोसा दिलाया है। वित्तमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जनकल्याण की योजनाओं को संचालित करने के लिए धन की कोई कमी नहीं है। मंईयां सम्मान योजना की राशि के संबंध में उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से देरी हो रही है लेकिन जल्द ही यह राशि लाभुकों के खाते में चली जाएगी।

राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य सरकार ने एक बार फिर दोहराया है कि घरेलू गैस सिलेंडर 450 रुपये में देने की घोषणा पूरी होगी। सोमवार को विधानसभा में बजट पेश होने के बाद मीडिया से रूबरू वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि वे इसका भरोसा दिलाते हैं। कांग्रेस ने चुनाव घोषणा पत्र में इसकी घोषणा की है।
गठबंधन के सहयोगी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद की भी सहमति है। अभी सरकार ने कार्य आरंभ किया है। आगामी वित्तीय वर्षों में इसके लिए प्रविधान किया जाएगा। यह अगले वित्तीय वर्ष में भी हो सकता है।
कब जारी होगी मंईयां सम्मान योजना की किस्त?
उन्होंने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया कि जनकल्याण की योजनाओं को संचालित करने के लिए धन की कोई कमी नहीं है। मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana) की राशि के संबंध में उन्होंने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से ऐसा हो रहा है।
मंत्री ने सदन में भरोसा दिलाया था कि एक साथ मंईयां सम्मान योजना की राशि होली से पहले लाभुकों के खाते में चली जाएगी।
केंद्र पर कोयला रॉयल्टी बकाया के मसले पर उन्होंने कहा कि कानून का सहारा लेना अंतिम विकल्प है। कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने मुलाकात के क्रम में कहा है कि वे अधिकारियों के जरिए राशि का आकलन कराएंगे। सरकार इसे लेकर गंभीर है।
आर्थिक विकास दर 7.5 प्रतिशत का अनुमान
वित्तमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019-2020 में राज्य का आर्थिक विकास दर 1.1 प्रतिशत था। कोरोना काल की विषम परिस्थितियों को अपवाद मानें तो वर्ष 2022-2023 में अप्रत्याशित सुधार के साथ आर्थिक विकास दर 7.8 प्रतिशत (स्थिर मूल्य) रहा। वर्ष 2023-2024 में राज्य का विकास दर 7.5 प्रतिशत (स्थिर मूल्य) रहा। वर्ष 2025-2026 में भी इसका 7.5 प्रतिशत (स्थिर मूल्य) पर रहने का अनुमान है।
बेहतर वित्तीय प्रबंधन से वर्ष 2022-2023 में राजकोषीय घाटा को 1.1 प्रतिशत रखने में सफलता हासिल की है। इसके फलस्वरूप राज्य का ऋण-सकल घरेलू उत्पाद में सुधार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2021-2022 में यह 30.2 प्रतिशत, वित्तीय वर्ष 2022-2023 तथा 2023-2024 में क्रमशः 28.4 तथा 27.7 प्रतिशत तथा वित्तीय वर्ष 2024-2025 एवं 2025-26 में यह क्रमशः 27.5 प्रतिशत एवं 27.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
राजस्व आय (कर और गैर कर राजस्व) में उत्तरोत्तर वृद्धि राज्य ने हासिल की है। वर्ष 2019-2020 में राज्य के स्रोत से कुल राजस्व आय 25,521 करोड़ (25 हजार पांच सौ 21 करोड़) रुपये थी, जो वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 41,429.88 करोड़ (41 हजार 429 करोड़ 88 लाख) रुपये हो गई। वित्तीय वर्ष 2025-2026 में इसके 61,056.12 करोड़ (61 हजार 56 करोड़ 12 लाख) रुपये रहने का अनुमान है।
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