Jharkhand Election 2024: झारखंड में अंतिम चरण में भी बंपर वोटिंग, अब निगाहें 23 को आनेवाले नतीजे पर
झारखंड चुनाव के अंतिम चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इस चरण में भी जमकर वोट पड़े। शहरी क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्रों को छोड़ दें तो सभी विधानसभा क्षेत्रों में बंपर वोट पड़े। इस चरण के सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 67.70 प्रतिशत वोट पड़े जो पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा 3.39 प्रतिशत अधिक है। अब सभी की निगाहें 23 नवंबर को आनेवाले नतीजे पर टिक गई हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव के तहत दूसरे एवं अंतिम चरण का भी मतदान 38 विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इस चरण में भी जमकर वोट पड़े। शहरी क्षेत्र के तीन विधानसभा क्षेत्रों को छोड़ दें तो सभी विधानसभा क्षेत्रों में बंपर वोट पड़े। इस चरण के सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 67.70 प्रतिशत वोट पड़े, जो पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा 3.39 प्रतिशत अधिक है।
हालांकि, अंतिम रिपोर्ट आने पर इस आंकड़े में आंशिक वृद्धि हो सकती है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर कुल 64.31 प्रतिशत वोट पड़े थे। दूसरे व अंतिम चरण के मतदान पूरे होने के साथ ही झारखंड विधानसभा का चुनाव संपन्न हो गया। अब सभी की निगाहें 23 नवंबर को आनेवाले नतीजे पर टिक गई हैं।
दूसरे चरण में सभी 38 विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ जो शाम पांच बजे तक चला। सिर्फ सात विधानसभा क्षेत्रों के दुर्गम क्षेत्रों में स्थित 31 मतदान केंद्रों पर शाम चार बजे तक ही वोट पड़े। हालांकि निर्धारित अंतिम समय सीमा में जो भी मतदाता कतार में खड़े थे, उन्हें मतदान का अवसर प्रदान किया गया। सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखी गई। महिलाओं की कतार भी लंबी देखी गई।
चिंता की बात यह है कि इस बार भी शहरी क्षेत्रों के मतदाता अपने मताधिकार को लेकर उदासीन रहे। बोकारो में जहां सबसे कम मतदान हुआ, वही, धनबाद और झरिया में भी मतदान संतोषजनक नहीं रहा। हालांकि झरिया में इस बार मतदान प्रतिशत थोड़ा बढ़ा है। अंतिम रिपोर्ट आने पर धनबाद और बोकारो के मतदान प्रतिशत में भी आंशिक वृद्धि हो सकती है।
दूसरे चरण के मतदान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, स्पीकर रबींद्रनाथ महतो, मंत्री इरफान अंसारी, बेबी देवी, दीपिका पांडेय सिंह, हफीजुल अंसारी, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो आदि बड़े नेताओं का भाग्य ईवीएम में कैद हुआ है। अब 23 नवंबर को सुबह आठ बजे से दोनों चरणों में पड़े मतों की गणना होगी। अंतिम चरण में संताल परगना प्रमंडल के सभी विधानसभा क्षेत्रों, कोयलांचल के विधानसभा क्षेत्रों तथा रांची जिले के सिल्ली और खिजरी विधानसभा क्षेत्र में मतदान हुआ।
सबसे अधिक महेशपुर में 79.40 प्रतिशत वोट, बोकारो में आधे मतदाताओं ने नहीं दिया वोट
संताल परगना प्रमंडल के विधानसभा क्षेत्रों में इस बार भी जमकर वोट पड़े हैं। महेशपुर में इस बार सबसे अधिक 79.40 प्रतिशत वोट पड़े। दूसरी तरफ बोकारो में 50.52 प्रतिशत ही मतदान हुआ। इस तरह, यहां लगभग आधे मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। धनबाद और झरिया में भी क्रमश: 52.31 तथा 55.25 प्रतिशत ही मतदान हुआ।
आधे विधानसभा क्षेत्रों में 70 प्रतिशत से अधिक वोट
दूसरे चरण के 38 विधानसभा क्षेत्रों में आधे अर्थात 19 विधानसभा क्षेत्रों में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। इनमें चंदनक्यारी, दुमका, डुमरी, गांडेय, जामा, जामताड़ा, जरमुंडी, लिट्टीपाड़ा, मधुपुर, महेशपुर, नाला, निरसा, पाकुड़, रामगढ़, सारठ, शिकारीपाड़ा, सिल्ली, सिंदरी तथा टुंडी सम्मिलित हैं। इस चरण में अधिसंख्य विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ा है।
प्रत्याशी के पक्ष में वोट दिलाने पर नपे दो पीठासीन पदाधिकारी
देवघर जिले के मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र संख्या 111 में पीठासीन पदाधिकारी रामानंद कुमार पासवान के विरुद्ध कार्रवाई की। उनके विरुद्ध वोटिंग कंपार्टमेंट में जाकर झामुमो प्रत्याशी हफीजुल अंसारी के पक्ष में वोट कराने की शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर उसे हिरासत में लेकर उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज गई। साथ ही उसे हटाकर शंकर यादव को पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने वेबकास्टिंग के माध्यम से हो रही आनलाइन निगरानी में रामानंद पासवान के वोटिंग कंपार्टमेंट में जाकर मतदान कराने की पुष्टि हुई, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। इसी तरह, गांडेय के भी एक मतदान केंद्र के पीठासीन पदाधिकारी के विरुद्ध मतदाता के निजता भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई।
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