Champai Soren: हेमंत के बजट पर ये क्या बोल गए चंपई, कहा- इस सरकार को कोई याद दिलाए कि...
झारखंड सरकार के बजट 2025 को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे खोखला और प्राणहीन बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में दूरदर्शिता का घोर अभाव है। इससे न राज्य की बेरोजगारी दूर होने वाली है न गरीबी दूर होगी। उन्होंने कहा कि बजट अंदर से पूरी तरह से खोखला है।

राज्य ब्यूरो, रांची। हेमंत सरकार ने 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट (Jharkhand Budget) पेश किया। बजट को लेकर अब विपक्ष ने सरकार को घेरा है। हेमंत सोरेन के पूर्व साथी चंपई सोरेन ने बजट को पूरी तरह से खोखला करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक दिशाहीन बजट है, जिसमें राज्य के आदिवासियों, मूलवासियों, किसानों, मजदूरों एवं युवाओं के लिए कुछ भी नहीं है।
चंपई (Champai Soren) ने कहा, कुल मिलाकर, यह बजट नहीं, एक ढोल है, जो ऊपर से तो बहुत बड़ा दिख रहा है, लेकिन अंदर से खोखला है। कहने को तो इसमें कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं, लेकिन पिछले कई वर्षों से हर बार वहीं कहानी कही जाती है, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकलता है।
'इस सरकार को कोई याद दिलाए कि...'
सोरेन ने दावा किया कि कागज पर बड़ी-बड़ी योजनाएं घोषित कर रही इस सरकार को कोई याद दिलाए कि उन योजनाओं का क्रियान्वयन भी उनकी ही जिम्मेदारी है। पिछले बजटों की कितनी योजनाएं पूरी हुई। अबुआ बजट के नाम लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
बीजेपी नेता ने कहा कि जब राज्य में ग्रीन कार्ड के लाभुकों को राशन और वृद्ध, दिव्यांग, विधवा लोगों को कई महीनों से पेंशन तक नहीं मिलती हो, तो क्या उम्मीद रखें। पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा एवं रोजगार के क्षेत्र में सिर्फ हवा-हवाई घोषणाएं हो रही हैं।
पेयजल की दर्जनों योजनाएं अधूरी हैं, जबकि लोग डोभे से पानी लेने को मजबूर हैं। अस्पतालों में दवाइयां नहीं है, खाट पर जा रहे मरीजों और अस्पतालों में अव्यवस्था की तस्वीरें आम हैं।
बजट पर क्या बोले मरांडी?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार द्वारा सदन में पेश बजट को खोखला बताया है। मरांडी ने कहा कि यह बजट देखने में बड़ा है लेकिन प्राण विहीन है, ताकत विहीन है।
उन्होंने कहा कि बजट में दूरदर्शिता का घोर अभाव है। इससे न राज्य की बेरोजगारी दूर होने वाली है न गरीबी दूर होगी। राज्य सरकार चुनावी घोषणाओं को बजटीय धरातल पर उतारने में पूरी तरह विफल साबित हुई। यह जनादेश को अपमानित करने वाला बजट है।
यह अबुआ बजट नहीं, बबुआ बजट है: दीपक प्रकाश
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने राज्य सरकार द्वारा पेश 2025-26 के बजट को सिर्फ आकार में बड़ा और आंकड़ों का खेल बताया है।
उन्होंने कहा कि इस बजट से राज्य की जनता को कुछ लाभ नहीं होने वाला, यह अबुआ नहीं बल्कि बबुआ बजट है। राज्य सरकार ने 2029 तक 10 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है, लेकिन उसकी तैयारी का कोई रोडमैप नजर नहीं आया। पिछले बजट की तुलना में पूंजीगत व्यय में मात्र 7 हजार करोड़ की वृद्धि की गई है जो काफी कम है।
पिछली घोषणाएं पूरी हुई नहीं, नए वादे पर भरोसा कौन करेगा: आदित्य साहू
भाजपा के प्रदेश महामंत्री और राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू ने हेमंत सोरेन सरकार के बजट को जनता को ठगने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले वादे सरकार अबतक पूरे नहीं कर पाई है। अब बजट के जरिए एकबार फिर से झूठ का पिटारा लेकर पहुंच गए हैं। ऐसे में इनके वादे पर कौन भरोसा करेगा।
जिन योजनाओं की घोषणा की है उनके लिए धन कहां से आएगा यह भी स्पष्ट नहीं है। युवाओं के रोजगार, नए उद्योग पर सरकार का कोई विजन बजट में सामने नहीं आया।
हेमंत सरकार का बजट इसकी टोपी उसके सर है: अजय साह
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि मंइयां सम्मान योजना का फंड अन्य कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती करके जुटाया गया है। ग्रामीण विकास, कृषि, सड़क और पुलिया निर्माण जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के बजट में कमी की गई। आम भाषा में यह बजट इसकी टोपी उसके सर करने जैसा है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लिए अलग संस्थान बनाना एक सराहनीय कदम है, लेकिन यदि यह भी बिना अध्यक्ष के संचालित होगा, तो हम सरकार को इस मुद्दे पर घेरने के लिए मजबूर होंगे।
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