Hemant Soren: बिहार विधानसभा चुनाव पर हेमंत सोरेन की नजर, इतनी सीटों की मांग कर सकती है झामुमो
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के बीच राजनीतिक तालमेल की परीक्षा होगी। झामुमो बिहार में राजद कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा और सीटों के तालमेल पर फैसला लेगा। झारखंड की सीमा से सटे बिहार के इलाकों में झामुमो का पुराना संगठनात्मक आधार है। इन दलों के रुख पर झामुमो संग वहां सीटों का तालमेल निर्भर करेगा।

प्रदीप सिंह, रांची। Bihar Assembly Election 2025: बिहार में मजबूत क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और झारखंड में प्रभावी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के राजनीतिक तालमेल की अग्निपरीक्षा आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में होगी। पड़ोसी राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नजर है।
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) वहां राजद समेत कांग्रेस और वामदलों से विधानसभा चुनाव में अपने लिए सीटों की दावेदारी करेगा। राज्य में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में झामुमो ने कांग्रेस, राजद समेत वामदलों के साथ तालमेल किया था। इन दलों के रुख पर झारखंड मुक्ति मोर्चा संग वहां सीटों का तालमेल निर्भर करेगा।
झारखंड की सीमा से सटे बिहार के इलाकों में झामुमो का पुराना संगठनात्मक आधार रहा है। खासकर आदिवासी बहुल क्षेत्रों में झामुमो की स्वीकार्यता है। इन क्षेत्रों में झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दौरा भी करते रहे हैं। पृथक राज्य के आंदोलन के क्रम में पार्टी वृहद झारखंड की मांग को लेकर मुखर थी।
झामुमो ने बिहार समेत बंगाल, तत्कालीन मध्य प्रदेश और ओडिशा के आदिवासी बहुल क्षेत्रों को मिलाकर वृहद झारखंड की मांग उठाई थी। कई राज्यों के क्षेत्राधिकार के कारण यह मांग परवान नहीं चढ़ पाया। बिहार के साथ-साथ इन राज्यों में भी अभी भी झामुमो का संगठनात्मक आधार है।
बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो के प्रत्याशी जीत भी दर्ज करते रहे हैं। झामुमो बिहार विधानसभा चुनाव में कम से कम 12 सीटों पर दावेदारी करने के मूड में है। इन सीटों में प्रमुख रूप से जमुई, तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, बनमनखी, पीरपैंती, चकाई आदि शामिल हैं।
जल्द आरंभ होगी बातचीत
झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी अपने लिए सीटों की मांग करेगी। लगभग एक दर्जन ऐसी सीटें हैं, जहां झामुमो की स्वाभाविक दावेदारी बनती है।
उन्होंने भरोसा जताया है कि राजद, कांग्रेस और वामदलों के साथ बातचीत में इसपर सहमति बन पाएगी। जल्द ही तालमेल को लेकर बातचीत आरंभ होगी। पूर्व में भी पार्टी तालमेल कर चुनाव लड़ती आई है।
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