हजारीबाग में बालू-कोयला खनन से जुड़े मामले की जांच, दस्तावेज लेकर ED कार्यालय पहुंचे डीएमओ
रांची पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के खिलाफ अवैध खनन मामले में ईडी की जांच जारी है। हजारीबाग के डीएमओ अजित कुमार ईडी कार्यालय पहुंचे और खनन से जुड़े दस्तावेज जमा किए। ईडी ने पहले उनके कार्यालय में सर्वे किया था और कुछ स्पष्टीकरण मांगे थे। अंबा प्रसाद और अन्य के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी जिसमें नकदी बरामद हुई।

राज्य ब्यूरो, रांची। पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के विरुद्ध अवैध बालू व कोयला खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी के बुलावे पर हजारीबाग के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) अजित कुमार गुरुवार को ईडी कार्यालय पहुंचे।
वे बालू व कोयला खनन से संबंधित दस्तावेज लेकर गए थे। ईडी ने उन्हें समन नहीं किया था, बल्कि उनसे कुछ दस्तावेजों की मांग की थी, जिसे वे उपलब्ध कराने गए थे।
पिछले दिनों ईडी ने डीएमओ अजित कुमार के कार्यालय में भी सर्वे चलाया था। कुछ बिंदुओं पर ईडी को जानकारी चाहिए थी, जिससे संबंधित दस्तावेज नहीं मिल सके थे। डीएमओ ने भी ईडी को जांच में पूरा सहयोग का आश्वासन दिया था।
कुछ दिन पहले भी ईडी ने इस मामले में बड़कागांव की पूर्व कांग्रेसी विधायक अंबा प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, भाई अंकित राज, अंकित राज के चार्टर्ड अकाउंटेंट बादल गोयल के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इस छापेमारी में सीए बादल गोयल के ठिकाने से 15 लाख रुपये नकदी की बरामदगी हुई थी। पूर्व मंत्री योगेंद्र साव व उनके बेटे अंकित राज, बेटी अनुप्रिया आदि से संबंधित करीब 16 कंपनियों के बारे में भी ईडी ने जानकारी हासिल की है, जिनके खातों में बड़े पैमाने पर अवैध तरीके से रुपयों के लेन-देन के सबूत मिले हैं।
जांच में अंकित राज के खाते में 1.80 करोड़ व उसकी कंपनी मां अष्ट भुजी सिरामिक्स के दो बैंक खातों में 6.59 करोड़ रुपये जमा मिले थे। ईडी ने जांच में पाया था कि अवैध खनन से ही आरोपितों ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की।
इसी सिलसिले में डीएमओ अजित कुमार से खनन से संबंधित दस्तावेज की मांग की थी, ताकि मिले साक्ष्य से उनका मिलान किया जा सके।
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