Jharkhand: दिल्ली में भगदड़ के बाद झारखंड में रेलवे स्टेशनों पर बढ़ेगी चौकसी, जिला पुलिस भी रहेगी अलर्ट
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज आने-जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए झारखंड पुलिस ने कमर कस ली है। रेलवे स्टेशनों पर चौकसी बढ़ाई जाएगी और जिला पुलिस भी अलर्ट रहेगी। जिला पुलिस और रेलवे स्टेशन के नियंत्रण कक्ष आपसी समन्वय से विधि व्यवस्था संभालेंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए माइकिंग की व्यवस्था की जाएगी और स्टेशनों पर पर्याप्त सीसीटीवी कवरेज सुनिश्चित किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, रांची। महाकुंभ के मद्देनजर प्रयागराज आने-जाने के दौरान रेलवे स्टेशनों पर हो रही भगदड़, भीड़भाड़ व विधि व्यवस्था संबंधित परेशानियों को देखते हुए झारखंड पुलिस ने भी ठोस रणनीति बनाई है। एडीजी अभियान डॉ. संजय आनंदराव लाठकर ने इस मुद्दे पर सोमवार को सभी रेल पुलिस व जिला पुलिस के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक की।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महाकुंभ के मद्देनजर रेलवे स्टेशनों पर चौकसी बढ़ेगी। जिला पुलिस भी अलर्ट रहेगी। इसके लिए जिला पुलिस व रेलवे स्टेशन के नियंत्रण कक्ष आपसी समन्वय से विधि व्यवस्था संभालने में अहम भूमिका निभाएंगे। यह व्यवस्था 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ मेले को देखते हुए की जा रही है।
क्या-क्या फैसले लिए गए?
- जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष व स्थानीय रेलवे स्टेशन में उपलब्ध नियंत्रण कक्ष आपसी समन्वय बनाएंगे। दोनों उक्त स्टेशन पर आने-जाने वाली सभी महत्वपूर्ण ट्रेनें, विशेषकर जो बनारस, प्रयागराज आने-जाने वाली है, की जानकारी रखेंगे।
- सभी एसपी, डीसी जिला में कम से कम एक डीएसपी स्तर के अधिकारी एवं दंडाधिकारी को ऐसे रेलवे स्टेशन, जहां पर भीड़ अधिक होने की उम्मीद हो, वहां प्रतिनियुक्त करेंगे। वे वहां की सुरक्षा व्यवस्था के लिए संपूर्ण रूप से जिम्मेवार होंगे। उनके नंबर, वॉट्सऐप नंबर सभी नियंत्रण कक्ष में होंगे, जिससे आपात स्थिति में यात्रियों को सहयोग मिल सकेगा, विधि-व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी।
- रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे से आपसी समन्वय स्थापित कर माइकिंग की व्यवस्था आवश्यकतानुसार सुनिश्चित करेंगे।
- भीड़-भाड़ वाले रेलवे स्टेशनों पर ट्रैफिक की सम्पूर्ण व्यवस्था की समीक्षा करते हुए यात्रियों की भीड़ को व्यवस्थित करें।
- जीआरपी/आरपीएफ के साथ रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने वाले सभी द्वारों में पर्याप्त बल उपलब्ध कराएं। अनावश्यक लोग या बिना टिकट के लोग स्टेशन पर पीक आवर में प्रवेश न करें।
- रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त सीसीटीवी कवरेज हो ताकि वहां से भीड़ वाले स्थानों पर नजर रखा जा सके।
- रेलवे स्टेशनों पर भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के पूर्व सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ करें।
- आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्टेशन पर यथासंभव एक एंबुलेंस प्रतिनियुक्त रहे। स्थानीय पुलिसकर्मी के पास प्राथमिकी उपचार किट उपलब्ध रहे। उपायुक्त अपने स्तर से डाक्टर की प्रतिनियुक्ति करें, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित हो।
- स्टेशन पर भीड़ होने पर यात्रियों के लिए सड़क मार्ग की वैकल्पिक व्यवस्था सुचारू रूप से सुनिश्चित करें ताकि रेलवे पर कम बोझ पड़ सके। यात्रियों द्वारा प्रयोग किए जा रहें सड़क मार्गों पर दुर्घटना न हो इसकी सतर्कता बरतें।
बैठक में ये रहे मौजूद
एडीजी अभियान डॉ. संजय आनंद राव लाठकर, आईजी रांची अखिलेश कुमार झा, आईजी अभियान अमोल वीनुकांत होमकर, आईजी रेल नरेंद्र कुमार सिंह, डीआईजी रेल प्रियदर्शी आलोक, एसपी सीटीसी मुसाबनी विजय आशीष कुजूर पुलिस मुख्यालय में रहे।
वहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से एडीजी रेल तदाशा मिश्रा, सभी आइजी, आरपीएफ के आईजी, सभी रेंज डीआईजी, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, रांची, धनबाद, देवघर, पलामू, कोडरमा व अन्य जिलों के डीसी, सभी एसएसपी, एसपी जुड़े थे।
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