रिया राय नाम से फेसबुक प्रोफाइल और पूर्व IPS की फोटो, झारखंड में अधिकारियों को टारगेट कर रहे साइबर ठग
रांची में साइबर अपराध पुलिस ने धोखाधड़ी के मामलों में कार्रवाई की है लेकिन फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने वाले अपराधियों तक पहुंचने में अधिक सफलता नहीं मिली है। हाल ही में पूर्व आईपीएस अरुण उरांव की फोटो का उपयोग करके रिया राय नाम से एक फर्जी प्रोफाइल बनाया गया। पहले भी कई अधिकारियों के ऐसे प्रोफाइल बने हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। साइबर धोखाधड़ी मामले में सीआईडी के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने बहुत हद तक कारगर कार्रवाई की है।
फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने वाले अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस को कुछ खास सफलता नहीं मिल सकी है। नया मामला पूर्व आईपीएस अधिकारी अरुण उरांव की फोटो के दुरुपयोग से जुड़ा है।
साइबर अपराधियों ने रिया राय नाम से फेसबुक प्रोफाइल बनाया और उसमें पूर्व आईपीएस अधिकारी अरुण उरांव की फोटो लगा दी। इस मामले में जब लोगों ने उक्त फर्जी प्रोफाइल को रिपोर्ट मारी तो वह प्रोफाइल फेसबुक से गायब हो गया।
इससे पूर्व भी राज्य में दो दर्जन से अधिक आईएएस-आईपीएस अधिकारियों, दारोगा-इंस्पेक्टरों के फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बन चुके हैं।
हालांकि, अपराधी तो नहीं पकड़े जा सके, लेकिन उक्त फेसबुक प्रोफाइल के विरुद्ध रिपोर्ट व ब्लॉक मारने के बाद फेसबुक ने ही उस पर कार्रवाई करते हुए उस प्रोफाइल को लॉक कर दिया।
पूर्व डीजीपी का फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने वाला हुआ था गिरफ्तार
अब तक केवल एक ही हाई प्रोफाइल मामले में साइबर अपराधी पकड़ा गया है। तत्कालीन डीजीपी नीरज सिन्हा का फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने वाला उत्तर प्रदेश के मथुरा से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आरोपित लियाकत को रांची पुलिस की साइबर सेल ने पकड़ा था।
वह मूल रूप से मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र स्थित मडोरा का रहने वाला था। उसने मई 2021 में तत्कालीन डीजीपी नीरज सिन्हा के नाम से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा था और उनसे पैसे की मांग की थी।
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