Jharkhand Weather : धधक रहा झारखंड, झुलसती धूप के कारण केजी से 8वीं तक के सभी स्कूल बंद; अलर्ट भी जारी
Jharkhand Weather Update रांची समेत पूरे झारखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम में कुछ बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। राज्य में कहीं-कहीं हीट वेव का भी असर देखने को मिलेगा। इसे लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। शहर में सिमट रही हरियाली तापमान बढ़ने की एक बड़ी वजह है।

जागरण संवाददाता, रांची। फिलहाल मौसम का मिजाज बिगड़ा ही रहेगा। हाल के दिनों में लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। चार दिनों तक चिलचिलाती धूप खिली रहेगी। मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार राजधानी व आसपास के जिलों में अगले चार दिनों तक अधिकतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
हीट वेव को लेकर अलर्ट जारी
चार मई तक आसमान साफ व मौसम शुष्क रहेगा। राज्य में कहीं-कहीं हीट-वेव का असर देखने को मिलेगा। इसे लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
पिछले 24 घंटे में राज्य में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 3.4 मिमी पश्चिम सिंहभूम के मझगांव में हुई। गोड्डा और पाकुड़ में कहीं कहीं हीट-वेव का असर देखा गया।
सबसे अधिक अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस गोड्डा का, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस सरायकेला का रिकार्ड किया गया है।
रांची में सिमट रही है हरियाली
राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया। राजधानी रांची में हरियाली लगातार सिमट रही है।
इस बीच प्रदूषण के बढ़ते स्तर और शहर में विकास के बीच बढ़ रहे कंक्रीट के जंगलों ने शहर का तापमान बढ़ा दिया है।
रांची में जिन इलाकों में आबादी, वाहन एवं ऊंची इमारतें ज्यादा हैं और हरियाली कम है वहां गर्मी अधिक है। इनमें मेन रोड, अपर बाजार, हिंदपीढ़ी, रातू रोड, सर्कुलर रोड, पिस्का रोड, कोकर, डोरंडा आदि जगह ज्यादा गर्म हो रहे हैं।
प्रदूषण के कारण ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ गया है। गर्मी से सतही जल सूख गए हैं। जिस वजह से बादल बनने की प्रक्रिया धीमी हो गई है।
हमें प्राकृतिक संसाधनों का दोहन बंद करना होगा। इसी के आधार पर हीट वेव के असर को कम किया जा सकता है। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के जलाशयों को फिर से जागृत करना होगा। कम हो रही हरियाली के रकबे को कम करना होगा। तब ही गर्मी के कहर से हम अपनी आने वाली पीढ़ी को बचा सकते हैं - नीतीश प्रियदर्शी, पर्यावरणविद, रांची।
लगातार हो रही पेड़ों की कटाई से तापमान वृद्धि के अलावे मिट्टी प्रदूषण, जलस्त्रोत का सूखना, मिट्टी सेसूक्ष्म तत्वों का नुकसान जैसी विषम परिस्थिति भी सामने आ रही हैं। 15 से 20 वर्ष पूर्व रांची का तापमान कभी 28 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं गया था। लेकिन मानवीय भूल ने पर्यावरण का संतुलन ही बिगाड़ दिया है -डा. शालिनी लाल, डिपार्टमेंट आफ बाटनी, डीएसपीएमयू
गर्मी के कारण केजी से 8वीं तक के सभी स्कूल बंद
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने अत्यधिक गर्मी और लू को देखते हुए केजी से आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को अगले आदेश तक के लिए बंद रखने का आदेश दिया है। कक्षा नौ एवं इससे ऊपर की कक्षाएं सुबह सात बजे से 11.30 बजे तक संचालित होंगी।
विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने सोमवार को इससे संबंधित आदेश जारी किया है। यह आदेश सभी सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त, गैर सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) तथा निजी स्कूलों पर लागू होगा।
सचिव ने कहा कि सभी आवासीय विद्यालय पूर्व की भांति संचालित होते रहेंगे। सरकारी एवं गैर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों एवं शिक्षकेतरकर्मियों को स्कूल आना होगा।
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