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    झारखंड के 5 आदिवासी बहुल जिलों में बनेंगे 100-100 बेड के छात्रावास और अस्पताल, केंद्र ने दी मंजूरी

    Updated: Thu, 03 Apr 2025 03:08 PM (IST)

    Jharkhand News झारखंड के पांच आदिवासी बहुल जिलों में 100-100 बिस्तरों वाले छात्रावास और अस्पताल बनेंगे। इन छात्रावासों का निर्माण प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जनमन योजना) तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना से किया जाएगा। इन छात्रावासों से उन 263 परिवारों के बच्चों को लाभ पहुंचेगा जिन्हें अभी तक छात्रावास की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई थी।

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    झारखंड के 5 आदिवासी बहुल जिलों में बनेंगे 100-100 बेड के छात्रावास और अस्पताल

    नीरज अम्बष्ठ, रांची। राज्य के पांच आदिवासी बहुल जिलों में 100-100 बेड के छात्रावास तथा इतनी ही क्षमता के अस्पताल बनेंगे। ये छात्रावास क्रमश: प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जनमन योजना) तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना से बनाए जाएंगे।

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    केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 24 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए हुई प्रोग्राम एप्रूवल बोर्ड (पैब) में राज्य सरकार के इस प्रस्ताव पर मंजूरी प्रदान की। झारखंड से इस बैठक में झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक शशि रंजन सम्मिलित हुए थे।

    2.7 करोड़ से होगा प्रत्येक छात्रावास का निर्माण

    केंद्र से स्वीकृत योजना के तहत प्रत्येक छात्रावास का निर्माण 2.7 करोड़ रुपये की लागत से होगा। इस तरह, इनके निर्माण पर कुल 27.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इनमें 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देगी, जबकि शेष 40 प्रतिशत राशि का वहन राज्य सरकार को करना होगा।

    जनजाति बहुल क्षेत्रों में खुलने वाले छात्रावास से उन 263 परिवारों के बच्चों को लाभ पहुंचेगा, जिन्हें अभी तक छात्रावास की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई थी।

    इसी तरह, आदिवासी बहुल क्षेत्रों में खुलने वाले छात्रावास से उन 62 गांवों को लाभ मिलेगा, जहां के बच्चे इस सुविधा से वंचित थे। इन सभी छात्रावासों का निर्माण झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा ओपेन टेंडर के माध्यम से कराया जाएगा।

    बता दें कि पीएम जनमन योजना वर्ष 2023-24 से चल रही है, जो वर्ष 2025-26 तक चलेगी। इसी तरह, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना 2024-25 से चल रही है, जो 2028-29 तक चलेगी। इस अवधि तक वंचित समुदाय के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, आवास आदि आधारभूत सुविधाओं को अनिवार्य रूप से पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।

    कहां-कहां बनेंगे छात्रावास?

    जिला प्रखंड
    गोड्डा बोआरीजोर
    पलामू चैनपुर
    पूर्वी सिंघभूम गुराबांधा
    साहिबगंज बरहेट
    गुमला बिशुनपुर
    सरायकेला खरसावां कुचाई
    दुमका काठीकुंड
    खूंटी अड़की
    पश्चिमी सिंहभूम टोंटो
    रांची बुढ़मू

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