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    Jharkhand News: डिजिटल युग में साइबर अपराध का खतरा, बचने के लिए दिए गए अहम सुझाव

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 02:29 PM (IST)

    रामगढ़ में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत डिजिटल साक्षरता और साइबर सुरक्षा पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ। छात्राओं को साइबर अपराध से बचने इंटरनेट पर सतर्क रहने और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बाल विवाह और बाल श्रम के खिलाफ भी जानकारी दी। सुरक्षित इंटरनेट इस्तेमाल करने के उपाय बताए गए।

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    डिजिटल युग में साइबर अपराध से बचने के लिए अनजान एप या साफ्टवेयर को न करें डाउनलोड। जागरण फोटो

    संवाद सहयोगी, रामगढ़। महिला महाविद्यालय बिजुलिया एवं एस एस प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय रामगढ़ में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत डिजिटल साक्षरता एवं साइबर क्राइम सुरक्षा से संबंधित विषय पर शुक्रवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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    कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिला समाज कल्याण पदाधिकारी इन्दु प्रभा खलखो एवं उपस्थित अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में साइबर ब्रांच के पुलिस पदाधिकारी गजेंद्र कुमार पाण्डेय ने छात्राओं को साइबर अपराध एवं साइबर अपराध से बचने के उपाय के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

    उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं और इनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने सड़क सुरक्षा, छात्राओं की आत्मरक्षा, कानूनी अधिकार के संबंध में भी जानकारी दी।

    पीपीआइए फेलो श्वेता वर्मा एवं चाइल्ड राइट एसोसिएट राजनंदनी द्वारा भी इंटरनेट मीडिया पर सतर्कता, अनजान लिंक पर क्लिक न करना, ओटीपी साझा नहीं करना जैसी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी गई।

    जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी शांति बागे एवं विधि सह परिवीक्षा पदाधिकारी रंजीत कुमार द्वारा भी साइबर सुरक्षा एवं अपराध के बचाव के तरीके एवं टाल फ्री नंबर-1930 के बारे में छात्राओं को विस्तृत रूप से बताया। साथ ही बाल विवाह, बाल श्रम तथा चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर -1098 एवं महिला हेल्प लाइन नंबर-181 के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।

    जिला समाज कल्याण पदाधिकारी द्वारा भी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ एवं संबंधित अन्य योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. संजय सिंह ने भी छात्राओं को इस संबंध में जागरूक करने का प्रयास किया।

    सभी को बताया गया कि अपना पासवर्ड किसी को न बतायें, अपने पासवर्ड को सुरक्षित रखें, पासवर्ड को संभाल कर रखने के लिए कोई अच्छा और सुरक्षित तरीका अपनाएं। सुरक्षित भीपीएन कनेक्शन का इस्तेमाल करें। भीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) आपके पहचान को इंटरनेट पर छुपा कर रखता है, इससे आप सुरक्षित रहते है।

    सावधानी से इंटरनेट चलाएं। एक गलत क्लिक से निजी जानकारी चोरी हो सकती है। सोच समझ कर क्लिक करें। डाउनलोड करते समय सतर्क रहें। ऐसे एप या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड ना करें जो अजीब या अनजान लगे।

    इंटरनेट मीडिया पर सोच समझकर पोस्ट करें, जो भी इंटरनेट पर डालते हैं वह हमेशा के लिए वहां रह जाता है। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन शिक्षक पूर्णकांत कुमार ने किया।

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