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    Floating Solar Plant: झारखंड के इस जिले में बनेगा प्रदेश का पहला फ्लोटिंग सोलर प्लांट, पूरा खाका तैयार

    Updated: Wed, 01 Jan 2025 03:22 PM (IST)

    Jharkhand News In Hindi कोडरमा को इस साल एक बड़ी सौगात मिल सकती है। डीवीसी कोलकाता के सीजीएम सुधीर कुमार झा ने कोडरमा थर्मल पावर प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्थायी सोलर पैनल और ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कोडरमा थर्मल पावर प्लांट झारखंड का पहला तैरता हुआ ऊर्जा उत्पन्न करने वाला प्लांट बनेगा।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सूत्र, जयनगर (कोडरमा)। डीवीसी कोलकाता के सीजीएम (मुख्य महाप्रबंधक) सुधीर कुमार झा ने मंगलवार को कोडरमा थर्मल पावर प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्थाई रूप से बने सोलर पैनल तथा ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट का भी निरीक्षण किया।

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    उन्होंने 6 मेगावाट के अस्थायी रूप से बने सोलर पैनल्स तथा 10 मेगावाट के ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट की जानकारी ली।

    इस दौरान उन्होंने कहा कि प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त ऊर्जा के क्षेत्र में कोडरमा थर्मल पावर प्लांट झारखंड का पहला तैरता हुआ ऊर्जा उत्पन्न करने वाला प्लांट बनेगा।

    आनेवाले समय रिन्यूएबल एनर्जी का

    • उन्होंने कहा कि इससे ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में देश आगे बढ़ेगा। आनेवाले समय रिन्यूएबल एनर्जी का है। इस क्षेत्र में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
    • कोडरमा के केटीपीएस में और तिलैया डैम के पानी में फ्लोटिंग सोलर पावर के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। आनेवाले दिनों में इसका विस्तार चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
    • उन्होंने यह भी कहा कि यहां प्लांट के निर्माण होने से आस-पास के लोगों को रोजगार के साधन भी मिलेंगे तथा ऊर्जा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर होगा।
    • उल्लेखनीय होगा कि डीवीसी और एनटीपीसी के ज्चायंट वेंचर में कोडरमा के तिलैया डैम में 155 मेगावाट के साेलर पावर प्लांट के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है।

    ये है लक्ष्य

    आनेवाले दिनों में इसका विस्तार कर 600 मेगावाट सोलर पावर के उत्पादन का लक्ष्य है। उत्पादित बिजली को सीधे तौर पर ग्रिड में दिया जाएगा। यह झारखंड का पहला फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट होगा। अगले दो वर्षों में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है।

    इसके पूर्व केटीपीएस के सीजीएम सह परियोजना प्रधान मनोज कुमार ठाकुर ने सीजीएम कोलकाता के सुधीर कुमार झा तथा उनकी पत्नी को बुके देकर सम्मानित किया।

    इस अवसर पर सीनियर जीएम संजय कुमार सिन्हा (ऑपरेशन एंड मेन्टेनेंस), जीएम (सिविल) प्रवीर चांद, डीजीएम मनोज कुमार, सीनियर मैनेजर प्रशांत कुमार मंडल के अलावे कई अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

    सोलर आधारित जलमीनार तीन साल से खराब

    उधर,  नोवामुंडी में साठ परिवार वाले पोखरपी गांव का मुंडासाई टोला। मुंडासाई के सोनाराम लागुरी घर के निकट ग्रामीण सड़क किनारे स्थित सोलर आधारित जलमीनार की मोटर पिछले तीन साल से खराब है।

    जलमीनार खराब होने के बाद गांव वाले जोजो गुदाम चौक स्थित चन्द्रमोहन लोहार घर के निकट स्थित चापाकल से पेयजल लेने पर मजबूर हैं।

    ग्रामीणों की पेयजल समस्या को देखते हुये शिकायत मिलने पर पोखरपी दैनिक जागरण पंचायत क्लब ने पेयजल मुद्दे को प्रमुखता से लिया है।

    पंचायत कल्ब अध्यक्ष अर्जुन लागुरी ने बताया कि तीन साल पहले मुंडासाई के सोनाराम लागुरी घर के निकट सोलर आधारित जलमीनार लगा था।

    ग्रामीण सड़क के किनारे जलमीनार लगते ही आसपास के लोगों को पेयजल मिलना शुरू हो गया। डीपबोरिंग के मोटर खराब होने के बाद मुंडासाई के लोगों के लिये पेयजल मिलना मुश्किल हो गया है।

    इसी को लेकर गांव वाले को जोजो गुदाम चौक जाना पड़ रहा है। जागरण पंचायत क्लब के उपाध्यक्ष दामू लागुरी ने बताया कि गांव के कानू लागुरी घर के निकट का चापाकल भी काफी दिनों से खराब है।

    पूर्व डाकुवा सोमा ग़ोप घर के निकट गांव वाले की प्यास बुझाने के लिये चापाकल अवश्य है।उचित रख-रखाव के अभाव में बूंद-बूंद पानी निकलती है।

    दामूराम लागुरी घर के निकट की चापाकल भी वर्षों से खराब है। पेयजल की दिक्कत को देखते हुये अधिकतर परिवार कुएं के पानी से प्यास बुझाने पर मजबूर हैं।

    कल्ब सचिव माधो लागुरी ने बताया कि खराब पड़े जलमीनार को ठीक कराने के लिये नोवामुंडी पेयजल बिभाग में दर्जनों बार शिकायत किया जा चुका है फिर भी कोई लाभ नहीं हुआ। अब क्लब के सदस्य मिलकर पेयजल बिभाग के एसडीओ से बातचीत कर हल निकालने का प्रयास करेंगे।

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