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    गढ़वा के एक अस्पताल में अचानक पहुंच गए अफसर, डॉक्टर सहित कई कर्मचारी रहे ड्यूटी से गायब; वेतन काटने का दिया आदेश

    Updated: Wed, 01 Jan 2025 02:52 PM (IST)

    झारखंड के गढ़वा जिले के भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने औचक निरीक्षण किया। जांच में कई डॉक्टर और कर्मी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। आयुष चिकित्सक डॉ. अभिनीत विश्वास ने 27 दिसंबर को सीएल के लिए आवेदन दिया था लेकिन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिनेश सिंह ने 20 दिसंबर से ही छुट्टी स्वीकृत कर दी।

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    चिकित्सक सहित आधा दर्जन कर्मी मिले ड्यूटी से गायब

    संवाद सूत्र, भवनाथपुर (गढ़वा)। साल के अंतिम दिन मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार पूरे फार्म में दिखे। डॉ. अशोक कुमार मंगलवार की सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।

    इस दौरान उन्होंने सीएल रजिस्टर, उपस्थिति पंजी और अस्पताल में ड्यूटी में तैनात चिकित्सक और अन्य अस्पताल कर्मियों बारे में ड्यूटी से संबंधित बारी-बारी से जानकारी ली।

    जांच के दौरान सीएस ने पाया कि आयुष चिकित्सक डॉ. अभिनीत विश्वास द्वारा 27 दिसंबर को लिखे सीएल केआवेदन पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिनेश सिंह ने सात दिन पहले 20 दिसंबर से ही छुट्टी स्वीकृत कर दी है। इसी प्रकार प्रधान लिपिक अरुण लकड़ा पिछले तीन दिनों से ड्यूटी से गायब मिले।

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    नेत्र चिकित्सक डॉ. सोनी कुमारी 28 दिसंबर से बिना सीएल के ही गायब हैं। एमपीडब्ल्यू गुप्तेश्वर प्रसाद तीन दिनों ड्यूटी से गायब पाए गए।

    डॉ. एमडी फैज तथा प्रिंस कुमार सोमवार से ही ड्यूटी से गायब हैं, लेकिन उन दोनों का सीएचसी के उपस्थिति पंजी में मंगलवार का एडवांस उपस्थिति बना हुआ मिला।

    इसी प्रकार उन्होंने पाया कि कैलान में आदिम जनजाति का चार सौ घर हैं। लेकिन डॉ. सुभग सिंह द्वारा घर घर न जाकर शिविर के माध्यम से ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा है।

    इसकी जानकारी के बाद सिविल सर्जन भड़क उठे। उन्होंने उक्त चिकित्सक को अपने साथ कैलान के आदिम जनजाति बहुल गांव ले जाकर चिकित्सक की भौतिक कार्यों की सत्यापन की।

    रजिस्टर मांगे जाने पर लिपिक ने गोदरेज की चाबी नहीं होने की कही बात

    इस निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों एवं कर्मियों का सीएल रजिस्टर मांगे जाने पर लिपिक सुनील पटेल द्वारा गोदरेज की चाबी नहीं होने की बात कह पल्ला झाड़ दिया। फार्मासिस्ट अजीत कुमार के आधे घंटे देर से ड्यूटी पर पहुंचे। सीएस ने कारण पूछा तो उसने बाइक पंचर होने की बात कही।

    जब सीएस ने हड़काया तो फार्मासिस्ट ने उसने गिड़गिड़ाते हुए आगे से ससमय ड्यूटी पर आने का बात कह माफी मांगी। वहीं, एमटी का इंचार्ज विद्यानंद प्रजापति से मलेरिया का इंट्री डाटा की मांग किए जाने के बाद घर पर रजिस्टर होने का हवाला दिया। जिस पर सीएस ने घर से रजिस्टर लाकर दिखाने की बात कही।

    सीएचसी भवनाथपुर में पदस्थापित आयुष चिकित्सक डॉ. जेपी ठाकुर को सदर अस्पताल गढ़वा से विरमित करते हुए पुनः सीएचसी भवनाथपुर में भेजने की बात कही।

    कई चिकित्सकों और कर्मियों का हाजरी काटी

    जांच के दौरान सीएचसी में ड्यूटी से अनुपस्थित आधा दर्जन से अधिक चिकित्सकों तथा कर्मियों की हाजिरी काटी। उनके द्वारा जिनकी हाजिरी काटी गई है, उनमें एलटी कृष्णा चौधरी का तीन दिन, ओटी उपेंद्र राम तीन दिन, डॉ. अनुपमा तीन दिन, नीतीश भारती का तीन दिन, एमपीडब्ल्यू गुप्तेश्वर प्रसाद का तीन दिन, अरुण लकड़ा का तीन दिन की हाजिरी शामिल है। सिविल सर्जन ने उक्त सभी से स्पष्टीकरण की भी मांग की है।

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