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    Jamtara News: जामताड़ा की फेमस राइस मिल सील, सामने आया बांग्लादेश कनेक्शन; चावल भी जब्त

    Jharkhand News जामताड़ा के बेना स्थित रामेश्वरा राइस मील में जिला प्रशासन की एक टीम ने छाप मारा जहां एफसीआई का अवैध चावल और बांग्लादेश के बोरे में चावल पैक किए जा रहे थे। मील को सील कर दिया गया है और आरोप है कि यहां लंबे समय से अवैध तरीके से बांग्लादेश से चावल आयात किया जा रहा था।

    By Antim Chaudhari Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 17 Dec 2024 06:41 PM (IST)
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    जामताड़ा के रामेश्वरा राइस मील को प्रशासन ने किया सील

    जागरण संवाददाता, जामताड़ा। जामताड़ा के बेना स्थित रामेश्वरा राइस मील में जिला प्रशासन की एक टीम ने मंगलवार को छाप मारा। इस दौरान एफसीआई का अवैध चावल और रिपब्लिक आफ बांग्लादेश के बोरे में चावल पैक किए जा रहा था। इसके बाद मील को सील कर दिया गया।

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    जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजशेखर, डीसीओ सुजीत कुमार, सीओ अविश्वर मुर्मू के नेतृत्व में यह कार्रवाई की है। आरोप है कि इस मील में लंबे समय से अवैध तरीके से बांग्लादेश से चावल आयात कर पैकिंग का काम चल रहा था। इसे स्थानीय बाजार में बेचा जा रहा था।

    जिला प्रशासन को सोमवार को इस मील से अवैध चावल पैक करने की सूचना मिली तो पुलिस बल के साथ मील में छापामारी की गई।

    वहीं, इस संबंध में मील के मालिक शिबू परसुरामका ने बताया कि उन्होंने आक्शन में 16000 क्विंटल पीडीएस के चावल की खरीदारी पिछले कुछ महीनों पहले धनबाद, देवघर और जामताड़ा के गोदामों से की है। सरकार से ही ये चावल कानूनी रूप से खरीदारी की गई है और इससे संबंधित कागजात भी उनके पास मौजूद हैं।

    रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश लिखा बोरा जब्त

    • छापामारी के दौरान जिला प्रशासन और पुलिस को मिल में 50 से अधिक रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश लिखे बाेरा में चावल मिला है। वहीं एक मिनी ट्रक में पीडीएस दुकान का चावल 36 बोरा में 32 क्विंटल जब्त किया गया।
    • इस चावल को स्थानीय बाजार में बेचे जाने का शक है। प्रशासन ने चावल के पैकेट की जांच की तो यह पुष्टि हुई कि यह चावल बांग्लादेश से आयात किया गया था। इसका किसी भी तरह से भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक से कोई संबंध नहीं है।

    कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू

    चावल के अवैध पैकिंग के बाद मील को तत्काल सील कर दिया गया। पुलिस ने मील मालिक और संबंधित कर्मचारियों से पूछताछ की और कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जिला आपूर्ति विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस मामले में संलिप्त सभी आरोपिताें के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।

    पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर की गई कार्रवाई

    इस संबंध में रामेश्वरा रास मील के सह संचालक संजय परसुरामका ने बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर की गई है। मील में चावल व धान से जुड़े सभी कागजात हैं। जिला प्रशासन की टीम ने कहा कि जांच को आए हैं। लेकिन कागज प्रस्तुत करने से पहले ही मील को सील कर दिया गया।

    इनका कहना है कि यहां रिपब्लिक आफ बांग्लादेश लिखे बोरा में चावल मिला है। इसी आधार पर कार्रवाई की जा रही है। वर्द्धमान के एक डीलर को चावल देने के बाद यह बोरा यहां लाया गया है। यदि प्रशासनिक अधिकारियों को किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका भी है तो पहले पूरी जांच कर लेते।

    शोकॉज भी कर सकते थे। लेकिन पूरी कार्रवाई दुर्भावना से ग्रस्त होकर की गई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने मील चलाने में आजतक क्या और कैसी परेशानी हुई इसपर संज्ञान नहीं लिया और ना ही मील सील करने से पहले  यहां काम करने वाले 100 से भी ज्यादा लोगों का क्या होगा इस बात की ही परवाह की।

    उन्होंने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है, आरएसएस व संघ परिवार से जुड़े हुए हैं, इस वजह से उन्हें पहले से ही आशंका थी कि इस तरह की कार्रवाई कभी भी की जा सकती है।

    रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश के बोरे में चावल पैक मिला है। पीडीएस दुकान का भी चावल मिला है। इसके आधार पर राइस मील को सील करने की कार्रवाई की गई है। साथ ही बांग्लादेश चावल भेजने का भी शक है।-राजशेखर, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जामताड़ा

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