पद्मश्री संतोष यादव ने फिर दिखाया दृढ़ संकल्प, पिता के निधन की खबर मिलने पर भी बच्चों संग किया संवाद
माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ने वाली विश्व की प्रथम महिला संतोष यादव चाकुलिया स्थित रामकृष्ण विवेकानंद स्कूल के बच्चों से संवाद करने आई थीं। इस दौरान पिता के निधन की खबर मिलने के बाद भी वह संवाद करती रहीं जो उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति को दिखाता है।
चाकुलिया, जासं। माउंट एवरेस्ट पर दो बार चढ़ने वाली विश्व की प्रथम महिला संतोष यादव ने एक बार फिर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया। पिता के निधन की दुखद खबर पाने के बावजूद उन्होंने धैर्य एवं संयम दिखाते हुए बच्चों के साथ पूर्व निर्धारित संवाद का कार्यक्रम किया। दरअसल, पर्वतारोही संतोष यादव गुरुवार को झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाकुलिया स्थित रामकृष्ण विवेकानंद स्कूल के आमंत्रण पर विद्यालय के बच्चों को प्रोत्साहित करने एवं उनसे संवाद करने आई थीं।
पिता के निधन की खबर सुनकर भी रहीं संयमित
सुबह 8 बजे जैसे ही विद्यालय की असेंबली शुरू हुई, ठीक उसी समय संतोष यादव को मोबाइल पर पिता राम सिंह यादव के निधन की दुखद खबर मिली। यह सुनकर विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र मायूस हो गए। उन्हें लगा कि अब शायद संतोष यादव उनसे संवाद नहीं कर पाएंगी। मगर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति एवं संकल्प के बल पर दो बार दुनिया की सबसे ऊंची पहाड़ की चोटी को फतह करने वाली संतोष यादव ने खुद को काफी शांत एवं संयमित बनाए रखा।
उनके आत्म बल और धैर्य ने सबको चौंकाया
उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक ना केवल शिक्षकों व छात्रों को प्रोत्साहित किया, बल्कि बच्चों को जीवन में सफलता पाने के कई मंत्र भी बताएं। संतोष यादव का धैर्य, संयम एवं आत्म बल देख सभी लोग चकित रह गए। इसके बाद वे सड़क मार्ग से रांची के लिए निकल पड़ी जहां से वह हवाई मार्ग से दिल्ली जाएंगी।
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