नवजात के शव को थैले में ले जाने का मामला: सदर अस्पताल की लापरवाही पर आयोग सख्त, दर्ज किया केस
चाईबासा सदर अस्पताल में नवजात के शव को एम्बुलेंस न मिलने पर पिता द्वारा थैले में ले जाने की हृदयविदारक घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने संज ...और पढ़ें

फाइल फोटो।
एम्बुलेंस नहीं मिली, बस से शव लेकर जाना पड़ा गांव
मुआवजा और व्यवस्था सुधार की मांग
इस अमानवीय दृश्य ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। मानवाधिकार संगठन ने इसे मानव गरिमा के खिलाफ कृत्य बताते हुए कड़ी निंदा की है।
मनोज मिश्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच, दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही, पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की है।
जेएचआरसी की रिपोर्ट के बाद एनएचआरसी की कार्रवाई
गौरतलब है कि इस मामले की झारखंड मानवाधिकार आयोग (JHRC) ने पहले विस्तृत जांच की थी और अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी थी। जांच के दौरान मृतक के पिता डिंबा चतोंबा के अलावा मृतक की मां रविवारी चतोंबा, दादा बुधराम चतोंबा, बसंती चतोंबा और गुरुवारी मारली के बयान दर्ज किए गए। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई।
जांच टीम में मनोज मिश्रा, संगठन की उपाध्यक्ष रेणु सिंह, मानवाधिकार कार्यकर्ता विश्वजीत सिंह और सोमनाथ पात्रा शामिल थे। अब एनएचआरसी की कार्रवाई के बाद पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

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