कोरोना के खात्मे के लिए तैयार झारखंड, पूर्वी सिंहभूम जिले की आबादी 27 लाख, 24 लाख की हुई जांच
देश व दुनिया में कोरोना के बढ़ते डर के बीच झारखंड में इसे लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले की आबादी लगभग 27 लाख है और इनमें से 24 ला ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिले की आबादी लगभग 27 लाख है। इनमें से 24 लाख 71 हजार 262 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है। यानि 92 प्रतिशत। इसमें 71 हजार 454 पाजिटिव मिले हैं। यानि लगभग तीन प्रतिशत, जबकि एक हजार 141 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि, अब फिर से कोरोना मरीजों की संख्या विश्वभर में बढ़ने लगी है। ऐसे में लोगों को अधिक सावधान होने की जरूरत है। खासकर दूसरे देशों से आने वाले लोगों को अधिक सतर्क होने की जरूरत है। वैसे लोगों के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
लक्षण दिखने पर आइसोलेट रहने की दी जा रही है सलाह
फिलहाल एयरपोर्ट पर ही वैसे लोगों की जांच कर अगले 14 दिनों तक आइसोलेट रहने की सलाह दी जा रही है, जिनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं। हालांकि, मरीजों की संख्या में जैसे ही वृद्धि होगी, तो उनकी निगरानी स्थानीय स्तर पर पूर्व की भांति की जाएगी।
कोरोना से बुजुर्गों को अधिक खतरा
कोरोना ने सबसे अधिक बुजुर्गों को ही नुकसान पहुंचाया है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 703 मरीजों की मौत हुई है। उसके बाद 45 से 59 वर्ष के लोगों में कुल 311 लोगों की मौत हुई है। वहीं, संक्रमित होने में युवाओं की संख्या अधिक है। उम्र 30 से 44 के बीच सबसे अधिक 22 हजार 249 लोग संक्रमित हुए हैं।
जिले में वैक्सीन की भारी कमी
कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते ही वैक्सीन सेंटरों पर भीड़ लगने लगी है, लेकिन जिले में कोविशील्ड व कोरबैक्स वैक्सीन की सप्लाई बीते कई माह से नहीं हो रही है। इस कारण प्रिकाशन डोज लोगों को नहीं मिल पा रहा है। जिले में मात्र 11 प्रतिशत लोगों ने ही प्रिकाशन डोज ली है। वहीं, 85 प्रतिशत ने दूसरा डोज लिया है।
मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय
गौरतलब है कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शुक्रवार को सिविल सर्जन डा. साहिर पाल ने अपने कार्यालय में एक बैठक की। इस दौरान जिले के विभिन्न कोविड अस्पतालों में तैयारी को लेकर जायजा लिया। डा. साहिर पाल ने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है। हालांकि, तीसरी लहर को लेकर पूर्व में तैयारी की गई थी, लेकिन वैक्सीन की वजह से संक्रमण नहीं फैला। ऐसे में वैक्सीन सभी के लिए जरूरी है। वैक्सीन ही बचाव है।
अस्पताल में बेडों का लिया गया जायजा
उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर एमजीएम में लगभग 250 बेड, टीएमएच में 700 बेड व सदर अस्पताल में 100 बेड तैयार किया गया था। उसे फिर से दुरुस्त करने को कहा गया है, ताकि मरीजों की संख्या बढ़ी तो उसका उपयोग किया जा सकें। एमजीएम व टीएमएच कोविड अस्पताल बनेगा।
जिले में संचालित हैं सात आक्सीजन प्लांट
कोरोना मरीजों को सबसे अधिक सांस लेने में परेशानी हुई थी। इसे देखते हुए देश भर में आक्सीजन प्लांटलगाए गए। पूर्वी सिंहभूम जिले में सात आक्सीजन प्लांट है। इसमें सदर अस्पताल, एमजीएम, भिलाई पहाड़ी स्थित सेंट जोसेफ हास्पिटल, बारीडीह स्थित मर्सी अस्पताल, टिनप्लेट अस्पताल, घाटशिला अनुमंडल अस्पताल व चाकुलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। सभी को ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।

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