जमशेदपुर में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना के सपोर्टर को गोलियों से भूना, MLA सरयू राय के समर्थकों पर आरोप
जमशेदपुर में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के समर्थक आलोक भगत की बुधवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। विधायक सरयू राय के समर्थक छोटू बच्चा और मोहित सिंह पर हत्या का आरोप है। आलोक की शादी पिछले महीने ही हुई थी। शादी के एक महीने के अंदर ही हत्या कर दी गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। कांग्रेस कार्यकर्ता आलोक भगत उर्फ मुन्ना की बुधवार सुबह दस बजे शास्त्रीनगर रोड नंबर चार के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो बाइक पर पांच अपराधी सवार थे। अपराधियों ने आलोक के सीने में चार गोली मारी। घटना के बाद उन्हें टीएमएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वह कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर तीन के रहने वाले थे।
अमित की शादी पिछले महीने 22 नवंबर को रांची में हुई थी। शादी के एक महीने के अंदर ही हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप विधायक सरयू राय के समर्थक छोटू बच्चा और मोहित सिंह पर लगा है। आलोक पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का समर्थक था।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, आलोक बुलेट पर सवार होकर फूल लाने के लिए कदमा की ओर जा रहे थे। उनके घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक के भाई मनोज भगत ने आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा, मोहित सिंह, प्रकाश और उसके अन्य साथियों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। उसके विरुद्ध आर्म्स एक्ट समेत चार से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है। वह जेल भी जा चुका है।
वहीं, घटना की जानकारी पर आईजी अखिलेश कुमार झा, एसएसपी और अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। लोगों से मिलकर मामले की जानकारी ली। आईजी ने परिजनों और कदमा थाना के पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की। मृतक कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता था और टाइगर क्लब का संचालन करता था। सूचना पर देर शाम पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मृतक के घर पर पहुंचे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अपराधियों ने अचानक गली से निकलकर उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। जिसमें से एक गोली उसके पैर में लगी और वह बुलेट के साथ सड़क पर गिर गया। इस बीच अन्य अपराधी भी बाइक से मौके पर पहुंच गए। वहीं, आलोक ने बचने की कोशिश भी की, मगर सभी मिलकर उसपर हावी हो गए और उसके सीने में सटाकर गोली मारी।
घटना की जानकारी पाकर मुख्यालय एक के डीएसपी निरंजन तिवारी और कदमा थाना प्रभारी संजय सुमन घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से एक देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, चार खोखा और एक मिस फायर पिलेट बरामद किया।
विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हुआ था विवाद
मृतक के परिजनों ने बताया कि चार नवंबर 2004 को काली पूजा विसर्जन के दौरान आलोक का मोहित के साथ विवाद हुआ था। मारपीट हुई थी। मनोज भगत के बयान पर कदमा थाना में शिकायत दी गई थी। जानलेवा हमला और मारपीट का आरोप छोटू बच्चा, मोहित सिंह, नरेश सिंह समेत दस लोगों पर मामले में आरोपित किया था।
विधानसभा चुनाव-2024 के परिणाम आने के बाद भी छोटू बच्चा और आलोक के बीच विवाद हुआ था। छोटू बच्चा और उसके साथियों ने जदयू के प्रत्याशी सरयू राय की जीत पर जश्न मनाया था जिसको लेकर आलोक भगत से विवाद हुआ था। छोटू बच्चा और मोहित सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है। तड़ीपार भी हो चुके हैं।
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