Updated: Mon, 14 Apr 2025 04:09 PM (IST)
जमशेदपुर में नशीली दवाइयों की खरीद-बिक्री का नेटवर्क बढ़ रहा है जिसपर पुलिस की नज़र है। बिष्टुपुर पुलिस धीरज कुमार कल्लू और अन्य की तलाश कर रही है। बिहार के चंदन पांडेय और रवि रंजन चौधरी को नशीली दवाइयों के साथ गिरफ्तार किया गया। ये लोग कोलकाता से दवाइयां मंगवाकर बेचते थे। पुलिस इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
           जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर में नशीली दवाई की खरीद-बिक्री में बिष्टुपुर थाना की पुलिस को उलीडीह थाना क्षेत्र निवासी धीरज कुमार, सोनारी निवासी कल्लू और अज्ञात की तलाश है जो लंबे समय से शहर में नशीली दवाइयों के धंधे में शामिल है।       
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            शनिवार को गिरफ्तार बिहार के भोजपुर जिले के निवासी चंदन पांडेय और रवि रंजन चौधरी शहर में नशीली दवाओं का नेटवर्क फैलाने को प्रयासरत थे। दोनों नशीली दवाई धीरज और कल्लू को उपलब्ध कराते थे।       
             दवाइयां कोलकाता से कुरियर के माध्यम से मंगाई जाती थी और इसे अधिक मुनाफा के चक्कर में बेचते थे। नशीली दवाइयों की खरीद-बिक्री के मामले में धीरज कुमार, कल्लू, चंदन पांडेय और रवि रंजन चौधरी के विरुद्ध प्रतिबंधित दवा का संचय करने और बिना लाइसेंस के बेचने की प्राथमिकी दर्ज की गई है।       
   जांच में जुटी पुलिस
            शहर में नशीली दवाइयों के गोरखधंधे में शामिल लोगों का बड़ा नेटवर्क है। इसमें दवा दुकानदार भी शामिल हैं। पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि ये दवा कहां से लाई जाती है और कहां-कहां सप्लाई होती है।       
               नशीली दवाइयों का सबसे अधिक युवा और किशोर शिकार हो रहे है। जो कफ सिरप 100 रुपये का होता है, जिसे नशेड़ी 200 से 250 रुपये में खरीदते है।                इसी तरह 50 रुपये वाला एक पत्ता टैबलेट 150 से 200 रुपये में बेचा जाता था।       
   इन दो लोगों को किया गया था गिरफ्तार
            उल्लेखनीय है कि बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने विन्सेरेक्टस कफ सिरप की 475 बोतल और निट्रोसन 10 की 90 टैबलेट के साथ चंदन और रवि रंजन को गिरफ्तार किया था। दवाइयों की कीमत एक लाख रुपये से अधिक है।       
               शहर में ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले उलीडीह थाना क्षेत्र डिमना रोड में 25 लाख मूल्य की नशीली दवाई की बरामदगी की थी। धंधे में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।       
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