Jamshedpur News: झारखंड सरकार ने डॉ. मृत्युंजय सिंह पर लगे आरोपों को किया खारिज, निलंबन लिया वापस
झारखंड सरकार ने डॉ. मृत्युंजय सिंह को राहत देते हुए उनका निलंबन रद्द कर दिया है। उन पर ड्यूटी से गायब रहने और बायोमेट्रिक हाजिरी न लगाने के आरोप थे। जांच में आरोप गलत पाए गए जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर वापस ले लिया गया। डॉ. सिंह जमशेदपुर के आदित्यपुर के निवासी हैं और आईएमए जमशेदपुर शाखा के उपाध्यक्ष भी हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। अनुमंडलीय अस्पताल, छतरपुर (पलामू) में कार्यरत डॉ. मृत्युंजय सिंह को झारखंड सरकार ने बड़ी राहत दी है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद उनके खिलाफ लगे सभी आरोपों को गलत पाया और उनका निलंबन समाप्त कर दिया है।
अब उन्हें पुनः नियमित ड्यूटी पर बहाल कर दिया गया है। सरकारी आदेश के अनुसार, डॉ. सिंह अपने कार्य में लापरवाह नहीं थे और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप तथ्यों पर आधारित नहीं पाए गए। स्वास्थ्य मंत्री की मंजूरी के बाद 16 जुलाई 2025 को यह फैसला लिया गया।
आपको बता दें कि डॉ. मृत्युंजय सिंह जमशेदपुर के आदित्यपुर क्षेत्र के निवासी हैं। इसके साथ ही वे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की जमशेदपुर शाखा के उपाध्यक्ष भी हैं।
क्या था मामला?
डॉ. मृत्युंजय सिंह पर यह आरोप लगाया गया था कि वे बिना सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित रहते हैं और बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं लगाते। इसी आधार पर उन्हें 1 जनवरी 2025 से निलंबित कर दिया गया था।
लेकिन विभागीय जांच में सामने आया कि सितंबर 2023 से जुलाई 2024 के बीच उन्होंने कुल 262 दिन ड्यूटी की। अस्पताल प्रबंधन ने भी स्पष्ट किया कि डॉ. सिंह नियमित रूप से कार्यरत थे और रोस्टर में उनका नाम शामिल था।
इन सभी तथ्यों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि डॉ. मृत्युंजय सिंह पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। इसलिए उनका निलंबन समाप्त किया जाता है और उन्हें तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर वापस लिया जाता है।
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