'यहां एक भी मुस्लिम परिवार नहीं, लेकिन फिर भी...'; चंपई सोरेन का खुलासा; हेमंत सरकार पर बरसे
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झीमड़ी में धर्मांतरण की घटना पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा ही राज्य में धर्मांतरण पर रोक लगाएगी। वर्तमान सरकार पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने धर्मांतरण के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की। सोरेन ने चाकुलिया में फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों का मुद्दा भी उठाया और घुसपैठियों को खदेड़ने की बात कही।
जागरण टीम, सरायकेला (नीमडीह)। जिले के नीमडीह प्रखंड के झीमड़ी में घटी धर्मांतरण की घटना पर दुख प्रकट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि यह पूरे राज्य के लिए चिंता की विषय है। इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में अपमानित होने के बाद मैंने भाजपा से जुड़कर धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर ही आंदोलन शुरू किया है, क्योंकि भाजपा ही राज्य में धर्मांतरण पर रोक लगा सकती है।
सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार में धर्मांतरण जोरो पर है। राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठियों की जनसंख्या बढ़ रही है और आदिवासी-मूलवासी की संख्या घट रही है। वर्तमान राज्य सरकार उसी को सुरक्षा देने का काम कर रही है।
'धर्मांतरण को लेकर होगा जनआंदोलन'
चंपई ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर चरणबद्ध रूप से जनआंदोलन किया जाएगा। हर चीज की एक प्रक्रिया होती है, उसी प्रक्रिया के तहत राज्य से घुसपैठियों को खदेड़ा जाएगा।
सोरेन ने कहा कि चाकुलिया में यहां एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, लेकिन फिर भी करीब 3000 जन्म प्रमाण पत्र मुस्लिम समुदाय के लोगों के बच्चों के निर्गत हुए। अब हमें बांग्लादेशियों को पनपने नहीं देना है।
झीमड़ी के हिंदू समाज ने दिखाई एकजुटता, आरोपित के परिवार को गांव से खदेड़ने की बनी योजना
झीमड़ी गांव में रहने वाले विभिन्न हिंदू जाति समुदाय के लोगों ने एकजुटता दिखने लगी है। घटना को लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं। ग्रामीणों के अनुसार, इस एकजुटता के बल पर आरोपित परिवार को गांव से खदेड़ने की योजना बनाई गई है।
ग्रामीणों द्वारा दबी जुबान से कहा जा रहा है कि उसके गांव की बहू-बेटियों पर मुस्लिम समाज के युवकों की बुरी नजर है। अब किसी भी सूरत में आरोपित परिवार को गांव में रहने नहीं देंगे। गांव की भोली-भाली बेटियों को लव जेहाद के नाम पर अपने जाल में फांसने का काम मुस्लिम युवक कर रहे हैं, जो झीमड़ी गांव के लोग सहन नहीं करेंगे।
यहां बता दें कि घटना के पांच दिन बाद भी गांव के चप्पे-चप्पे में फोर्स की तैनाती की गई है। गांव में प्रवेश करने वालों की जांच की जा रही है और तो और पीड़ित परिवार व आरोपित के परिवार के घर के बाहर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है।
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