शरीर पर तेल उड़ेल कर आग लगाने का आरोप... सदर SDM की पत्नी ने तोड़ा दम, रांची से हजारीबाग तक मचा हंगामा
हजारीबाग में एसडीएम अशोक कुमार की पत्नी अनीता देवी की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। परिजनों का आरोप है कि एसडीएम ने ही अपनी पत्नी को जलाकर मार डाला। दूसरी तरफ एसडीएम का कहना है कि उनकी पत्नी ने खुद को आग लगाई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना के बाद हजारीबाग में जमकर हंगामा हुआ।

जागरण संवाददाता, हजारीबाग। रांची के देवकमल अस्पताल में शनिवार तड़के इलाज के दौरान हजारीबाग सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) अशोक कुमार की पत्नी अनीता देवी की मौत हो गई।
65 प्रतिशत जल चुकी अनीता को इलाज के लिए गुरुवार रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एसडीएम पर ही अपनी पत्नी को जलाने का आरोप है। आरोप है कि गैर महिला से संबंध के कारण अपनी पत्नी को मारने के लिए उसके शरीर पर तेल उड़ेल कर आग लगा दी।
अनीता की मौत के बाद रांची में रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस से लेकर हजारीबाग तक हंगामा हुआ। स्वजन और आक्रोशित लोगों ने एडीएम को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस-प्रशासन पर अशोक कुमार को बचाने का आरोप लगाते हुए कैंडल मार्च निकाल कर हजारीबाग के लोहसिंघना थाना का घेराव किया।
देर रात तक थाना को घेरे हुए थे। अनीता की मौत के बाद हंगामा शुरू हुआ। उसके भाई राजकुमार गुप्ता ने आरोप लगाया कि झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अशोक कुमार पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं थे। इसकी सूचना रांची एसएसपी को दी गई। इसके बाद पोस्टमार्टम हुआ।
दूसरी तरफ इस मामले में मृतका के भाई ने लोहसिंघना थाने में एसडीएम अशोक कुमार और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। हालांकि घटना के तीसरे दिन शनिवार शाम छह बजे तक एसडीएम की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। एसडीएम के सरकारी आवास में अनीता गुरुवार सुबह झुलस गई थीं।
बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थाने
हजारीबाग में प्राथमिक इलाज के बाद बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से रांची के मेडिका के बाद देवकमल अस्पताल में इलाज चल रहा था। आरोप है कि पुलिस-प्रशासन बचाने का काम कर रही है। इससे नाराज अनीता के चतरा जिले में स्थित गांव से बड़ी संख्या में लोग लोहसिंघना थाना पहुंच गए।
वे शव को एंबुलेंस में लिए हुए थे। देर रात तक ग्रामीण थाना का घेराव कर एसडीएम की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। करीब 250-300 की संख्या में पहुंचे लोग एसडीएम अशोक कुमार को फांसी देने की मांग कर रहे थे।
एलआरडीसी निर्भय कुमार लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन, वे लगातार एसपी को बुलाने और अशोक कुमार की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक अशोक की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वे थाने से नहीं हटेंगे।
वीडियो में इशारा करते दिखीं अनीता
- थाने में हंगामा के दौरान अनीता का पूरा परिवार मौजूद था। उसकी मां यशोदा देवी थाने के समक्ष लेट गई। यशोदा को उनके बेटे कामेश्वर गुप्ता व राजकुमार गुप्ता ने किसी तरह से उठाया। अनीता की भाभी रेणु गुप्ता ने बताया कि हत्या के बाद एसडीएम के सरकारी आवास से सभी सबूत मिटा दिए गए हैं।
- हमने अस्पताल में अनीता का वीडियो बनाया है। वह बोलने की हालत में नहीं थी। उसने सिर हिलाकर बताया है कि अशोक ने उसे जलाया है। तेल डालकर उसने ही माचिस से आग लगाई।
- अनीता ने सभी जानकारी सिर हिलाकर संकेतों में ही दी है। गिरिडीह की एक महिला से अशोक को संबंध है। इसका अनीता विरोध करती थी।
बेटे और बाप के बयान में अंतर
एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया है कि अनिता के भाई के आवेदन के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हजारीबाग के राजाबंगला स्थित निजी आवास में अशोक कुमार के पिता दुर्योधन साव समेत परिजनों का बयान दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि उनकी बहू सरकारी आवास में पौत्र के साथ आग तापने के क्रम में हादसे का शिकार हो गई। बेटे अशोक कुमार ने बचाने का प्रयास किया जिसमें वह भी झुलस गया है।
हालांकि, इससे पहले उनके बेटे अशोक कुमार ने अपने बयान में बताया था कि वह मार्निंग वाक पर थे। तब उनकी पत्नी ने आग लगा ली। जबकि पिता बता रहे हैं कि अशोक कुमार इस दौरान दूसरे कमरे में योग कर रहे थे।
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