ट्यूशन की आड़ में चल रहा था मतांतरण का खेल, राज खुलने पर हुआ बवाल; यूट्यूबर सहित 3 गिरफ्तार
हजारीबाग में ईसाई मिशनरी द्वारा चंगाई सभा के माध्यम से धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है। लोगों को बीमारी ठीक होने का लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा जा रहा था। स्थानीय लोगों ने हंगामा किया और एक आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने यूट्यूबर और प्रवचन देने वाली युवती से भी पूछताछ की। मुख्य पास्टर फरार है।

जागरण संवाददाता, हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग में इसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोगों द्वारा चंगाई सभा के माध्यम से लोगों को मतांतरित किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इसमें लोगों को यह कहकर बुलाया जाता था कि प्रार्थना और चंगाई सभा में शामिल होने से तथा इसाई धर्म अपना लेने से उन्हें सभी दुख-दर्द और बीमारियों से छुटकारा मिल जाएगा।
रविवार को मामला उजागर होने के बाद स्थानीय लोगों ने मौके पर जमकर बवाल किया और मतांतरण कराने के आरोप में बड़कागांव के कोरियाडीह निवासी विक्रम कुमार मेहता को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
ग्रामीणों को कहना है कि ट्यूशन के नाम पर एक घर को किराये पर लेकर वहां मतांतरण का खेल चल रहा था। रविवार को बस्ती में दुर्गा पूजा का चंदा करने पहुंचे युवकों ने जब घर में गाना-बजाना और सनातन धर्म के विरोध में बातें सुनीं तो संदेह हुआ।
पूछताछ की तो चंगाई सभा में शामिल लोग उलटी-सीधी बातें करने लगे। इस बीच मोहल्ले के सैंकड़ों लोग जुट गए मतांतरण के विरुद्ध हंगामा करने लगे। कुछ लोगों ने घटना की सूचना बड़ा बाजार पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस पहुंची और आरोपितों को हिरासत में लिया।
पकड़े गए आरोपित विक्रम ने बताया कि वह बड़कागांव के पास्टर नकुल महतो के साथ जुड़ा है। उसने यह भी स्वीकार किया कि वर्ष 2013 में जेल चोरी के आरोप में गया था और उसी दौरान उसने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया।
इसके बाद वह मतांतरण कराने लगा। पुलिस के पहुंचने के बाद मुख्य पास्टर मौके से फरार हो गया। उसके पक्ष में दर्जनभर से अधिक महिलाएं तीन ई-रिक्शा से थाने पहुंची थीं। मोहल्लेवासियों के विरोध के बाद महिलाएं वहां से चुपके से निकल गईं।
हजारीबाग के केरेडारी निवासी एक यूट्यूबर को भी पुलिस ने हिरासत में लिया, जो खुद को पत्रकार बताकर बड़ा बाजार थाने में आरोपित की पैरवी करने पहुंचा था।
दिल्ली में रहने वाली बिहारशरीफ की युवती भी कर रही थी प्रवचन
चंगाई सभा में एक युवती भी चंगाई प्रवचन दे रही थी। पूछने पर उसने खुद को बिहार के बिहारशरीफ का निवासी बताया। युवती ने कहा कि वह दिल्ली में पढ़ाई करती थी और यूट्यूब पर पास्टर तेजिंदर पाल के चंगाई प्रवचन सुनकर उससे जुड़ी। पुलिस ने उससे भी पूछताछ की।
खुद को अधिवक्ता बता किराये पर लिया था मकान पकड़े गए विक्रम कुमार ने पूछताछ में बताया कि उसने हुरहुरु निवासी एक व्यक्ति से छह हजार रुपये के मासिक किराये पर मकान लिया था। मकान मालिक को बताया गया था कि यहां चर्च की ओर से प्रार्थना सभा होगी।
वहीं खुद को अधिवक्ता बताते हुए कहा था कि वह हजारीबाग कोर्ट में प्रैक्टिस करता है। उसने स्वीकार किया कि हर रविवार वह उक्त मकान में लोगों को जुटाकर प्रार्थना सभा व चंगाई सभा करवाता है।
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