Coal Bonus: कोयला कर्मचारियों को मिलेगा बोनस का तोहफा? आज दिल्ली में होगा फैसला
कोल इंडिया में 2.2 लाख कोयला श्रमिकों के बोनस पर दिल्ली में मानकीकरण समिति की बैठक हुई। धनबाद के 42 हजार श्रमिकों सहित बीसीसीएल सीसीएल ईसीएल और सीएमपीडीआई के कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। यूनियन बोनस पैटर्न में बदलाव का विरोध कर रही हैं जबकि प्रबंधन आर्थिक स्थिति ठीक न होने की बात कह रहा है।

जागरण संवाददाता, धनबाद। कोल इंडिया में काम करने वाले 2. लाख 20 हजार कोयला श्रमिकों का बोनस को लेकर सोमवार को दिल्ली में मानकीकरण समिति की बैठक बुलाई गई है।
BCCL के 31584 हजार, सीसीएल 32887 हजार, ईसीएल 46146 हजार, सीएमपीडीआइ में 2696 श्रमिक सहित धनबाद में कार्यरत 42 हजार श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा।
इस बार कई मायने में बैठक काफी हंगामेदार हौगी। कोल इंडिया प्रबंधन पहले ही यह बोनस की राशि को लेकर बोनस पेटर्न में बदलाव करने का प्रस्ताव दिया है।
जिस पर यूनियन का विरोध है। कमेटी के चेयरमैन ने इसको लेकर कई कंपनियों के सीएमडी, डीएफ, निदेशक साथ राय विचार कर राशि को लेकर मन बना लिया है।
कोल इंडिया उच्च प्रबंधन का कहना है कि बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल, एसईसीएल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। बीसीसीएल व ईसीएल ऋण लेकर भुगतान करने को लेकर विवश होगी। श्रम संगठन प्रबंधन के तमाम दावों का दरकिनार कर एक लाख से अधिक राशि बोनस देने की मांग पर प्रस्ताव देगा।
इंटक छोड़ चार श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल होंगे। बैठक में शामिल होने के लिए कमेटी के सदस्य दिल्ली पहुंचने लगे है।
इंटक को नहीं मिला कमेटी बैठक में आना का पत्र , सुनवाई आज
कोल इंडिया प्रबंधन कोलकाता सिंगल बैंच के आदेश के बाद डबल बैंच में याचिका दायर की है। सिंगल बैंच ने इंटक की राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन को मानकीकरण समिति की बैठक में शामिल करने का आदेश दिया है, लेकिन कोल इंडिया प्रबंधन इस आदेश के खिलाफ डबल बैंच में याचिका दायर की है। जिसकी सुनवाई 22 सितंबर ( सोमवार) को होनी है।
18 साल में छह हजार से पहुंच गया 95 हजार पार
कोल इंडिया में कार्यरत कामगारों को वर्ष 2007 में मात्र छह हजार रूपए बोनस के तौर पर मिला था। हर साल बोनस में बढ़ोतरी होती रही। वर्ष 2024 में यह रकम बढ़कर 93,750 रुपये तक पहुंच गया, जो आकलन हो रहा उस हिसाब से बोनस की रकम 98 व 99 हजार के आसपास ही रहेगी।
वैसे भी पांच हजार से 85 सौ तक अधिकतम बढ़ोतरी का ही ग्राफ रहा है। कोल इंडिया का मुनाफा का ग्राफ भी गिरा है। कोल इंडिया का वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कुल 35,302.10 करोड़ रुपये का समेकित लाभ रहा, जो पिछले वर्ष से कम है।
ठेका श्रमिकों के बोनस को लेकर भी होगी चर्चा
कोल इंडिया में करीब एक लाख से अधिक ठेका श्रमिक कार्यरत है। ठेका श्रमिकों को 8.33 प्रतिशत बोनस का भुगतान करना होता है।
कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा आदेश जारी पर यह राशि आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से दी जाती है, लेकिन ठेका कंपनियों या ठेकेदारों द्वारा पात्र ठेका श्रमिकों को बोनस का भुगतान किया गया है या नहीं इसकी निगरानी नहीं होती है। इस को लेकर भी इस बार बैठक में आवाज उठेगी।
वर्ष | बोनस (रुपये) | राशि बढ़ोतरी (रुपये) |
---|---|---|
2012 | 26,000 | 5,000 |
2013 | 31,500 | 5,500 |
2014 | 40,000 | 8,500 |
2015 | 48,500 | 8,500 |
2016 | 54,000 | 5,500 |
2017 | 57,000 | 3,000 |
2018 | 60,500 | 3,500 |
2019 | 64,700 | 4,200 |
2020 | 68,500 | 3,800 |
2021 | 72,500 | 4,000 |
2022 | 76,500 | 4,000 |
2023 | 85,000 | 8,500 |
2024 | 93,750 | 8,750 |
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