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    गुमला में दर्दनाक सड़क हादसा, खड़े ट्रक से टकराई कार के उड़े परखच्चे; तीन लोगों की मौत

    Updated: Thu, 05 Dec 2024 12:03 PM (IST)

    गुमला में रांची-सिमडेगा मुख्य सड़क पर दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। देर रात शादी समारोह से लौट रहे कार सवार रास्ते में खड़े ट्रक से टकरा गए। इ ...और पढ़ें

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    रांची-सिमडेगा मार्ग में खड़े ट्रक से टकराई कार

    जासं,गुमला। रांची-सिमडेगा मुख्य सड़क पर बसिया थाना के समीप रात लगभग दो बजे भीषण सड़क हादसे की खबर सामने आई, जिसमें कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे में दो घायल हो गए। सभी लोग सिमडेगा से किसी वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौट रहे थे, तभी बसिया थान के समीप कार खड़े ट्रक से जा टकराई। इस घटना में कार के परखच्चे उड़ गए।

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    मौके पर पहुंची पुलिस

    सड़क हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी को कार से बाहर निकालकर रेफरल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में चिकित्सकों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायलों को इलाज के बाद सदर हॉस्पिटल रेफर कर दिया।

    मृतकों की पहचान कार मालिक पवन साहू, रांची के हेसल देवी मंडप रोड निवासी प्रवीण कुमार व रतन घोष के रूप में की गई। वहीं घायल विश्वजीत घोष और अशीम घोष को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    टक्कर के बाद क्षतिग्रस्त कार

    बसिया थाना से सटे चेक नाका के पास सड़क के किनारे एंट्री के लिए खड़ा बीड़ी पत्ते से लदे ट्रक से कार की टक्कर हुई। कार के टकराते ही जोरों की आवाज हुई। आवाज सुनकर घर से भी लोग बाहर निकल गए। कार इतनी तेज थी कि उसका आधा हिस्सा ट्रक में घुस गया था। कार के परखच्चे उड़ गए थे।

    फोन करने के बावजूद नहीं पहुंचा एंबुलेंस

    हादसे के बाद ग्रामीणों द्वारा 108 एंबुलेंस को फोन किया गया, लेकिन वो समय पर नहीं पहुंचा। लोग एंबुलेंस की इंतजार करते रहे। राज्य सरकार की 108 एम्बुलेंस व्यवस्था पूरी तरह फेल साबित हुई।

    ग्रामीणों ने अस्पताल को भी जानकारी दी इसके बाद भी रात को अस्पताल की ओर से भी कोई मदद नहीं मिली। ढाई घंटे के बाद रेफरल अस्पताल से एंबुलेंस भेजा गया। इसके बाद सभी को रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया। इस तरह से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पूरी तरह दिखाई दी।

    हादसे के काफी समय तक एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से स्वास्थ्य विभाग के प्रति लोगों का गुस्सा झलक रहा था। गोल्डन ऑवर में यदि सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उन 3 लोगों की जान बच सकती थी।

    स्पीड में थी कार 

    रांची-सिमडेगा मार्ग पर रात्रि में कम संख्या में वाहनों का आवागमन होता है। शायद यही कारण था कि कार काफी तेज गति में रही होगी। दुर्घटना के बाद कार को देखने से प्रतीत होता है कि कार की गति काफी तेज गति में थी। इसके कारण चालक इस पर नियंत्रण नहीं कर पाया। हालांकि, कार में लगा एयर बैग खुला था। सीट बेल्ट भी लगे थे।

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