Jharkhand News: फाइलेरिया को लेकर चंपई सोरेन सरकार गंभीर, इस तारीख से खिलाई जाएगी दवा; ये है टारगेट
Jharkhand Health मच्छरों के काटने से होने वाले फाइलेरिया (हाथी पांव नामक बीमारी ) को रोकने के लिए आगामी दस फरवरी से 25 फरवरी तक सामूहिक रूप से दवा खिलाने का अभियान चलाया जाएगा। इसका शुभारंभ दस फरवरी को गुमला के एसएस बालिका उच्च विद्यालय में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी करेंगे। इसी दिन गुमला जिला के 1704 बूथों में लोगों के बीच डीईसी और एलबेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।
संवाद सूत्र, गुमला। फलेरिया को लेकर चंपाई सरकार गंभीर है। सिविल सर्जन डॉ. राजू कच्छप ने कहा कि मच्छरों के काटने से होने वाले फाइलेरिया (हाथी पांव नामक बीमारी ) को रोकने के लिए आगामी दस फरवरी से 25 फरवरी तक सामूहिक रूप से दवा खिलाने का अभियान चलाया जाएगा।
इसका शुभारंभ दस फरवरी को गुमला के एसएस बालिका उच्च विद्यालय में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी करेंगे। इसी दिन गुमला जिला के 1704 बूथों में लोगों के बीच डीईसी और एलबेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। 11 फरवरी से स्कूलों और घरों में दवा खिलाने का काम किया जाएगा।
इन मरीजों को नहीं देनी है दवा
इस कार्य के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से 1654 सहिया और 1680 आंगनबाड़ी कर्मचारी लगाए गए हैं। सीएस ने बताया कि यह दवा दो वर्ष से कम, गर्भवती महिला और बेड पर पड़े रोगी को नहीं देना है। जिले की कुल आबादी 12 लाख 48 हजार 391 में से 10 लाख 85 हजार 187 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि दो से पांच वर्ष के बीच डीईसी व एलबेंडाजोल की एक-एक, छह से 14 वर्ष के बीच डीईसी के दो व एलबेंडाजोल का एक तथा 15 से ऊपर के लोगों के बीच डीईसी की तीन व एलबेंडाजोल का एक गोली दवा प्रशासक को अपने सामने खिलाना है।
फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम का रथ रवाना
सीएस ने बताया कि दवा खिलाने वाले सहिया व आंगनबाड़ी कर्मचारी को प्रति व्यक्ति 2.40 रुपये का प्रोत्साहन भत्ता देय होगा। इसके एवज में सहिया व सेविका को दवा का रेफर वापस करना पड़ेगा।
कार्यक्रम के सलाहकार उर्मिला शर्मा ने कहा कि तैयारी पूरी कर ली गई है। सीएस ने झंडा दिखाकर फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के लिए रथ को झंडा दिखाकर रवाना किया।
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