'कोई पेड़ अपनी सबसे मजबूत जड़ खो बैठा हो', शिबू सोरेन के निधन पर भावुक हुईं मंत्री दीपिका पांडेय सिंह
महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह झारखंड की आत्मा का एक टुकड़ा खोने जैसा है। उन्होंने शिबू सोरेन को संघर्ष की मिसाल बताया जिनकी आवाज में आदिवासियों का दर्द था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया और खुद को शून्य बताया।

संवाद सहयोगी, महागामा,(गोड्डा)। महागामा विधायक सह ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन का जाना सिर्फ एक युग का अंत नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा का एक टुकड़ा हमारे बीच से चला जाना है।
वे हमारे लिए सिर्फ एक नेता नहीं थे, वे संघर्ष की जिंदा मिसाल थे। जिनकी आवाज में आदिवासियों का दर्द था और जिनकी आंखों में झारखंड के सपनों की चमक।
आज जब हम उन्हें विदा दे रहे हैं, तो ऐसा लगता है मानो कोई पेड़ अपनी सबसे मजबूत जड़ खो बैठा हो। गुरु जी का जीवन, उनका बलिदान, उनकी दूरदृष्टि इन सबका प्रतिबिंब हम आज उनके सुपुत्र हेमंत सोरेन में देखते हैं।
गुरु जी की ताकत दिखाएगा मार्ग
हमें विश्वास है कि गुरु जी की ताकत और आशीर्वाद उन्हें मार्ग दिखाएगा, और वे उनके अधूरे सपनों को पूरा करेंगे। गुरु जी अब हमारे विचारों, हमारे संघर्षों और हमारे हर संकल्प में अमर रहेंगे। झारखंड आपको कभी नहीं भूलेगा, गुरु जी।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पिता शिबू सोरेन के निधन को लेकर सोमवार सुबह प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पर पोस्ट लिखकर सूचना दी थी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा- आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूं...।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।