'देश को हेमंत की जरूरत; अब दूसरे राज्यों में भी झामुमो लहराएगा परचम', दुमका में बोलीं कल्पना
झारखंड दिवस के अवसर पर दुमका के गांधी मैदान में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि देश में हेमंत की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अब हमें आगे बाहें फैलानी हैं और दूसरे राज्यों में भी झामुमो का परचम लहराना है। कल्पना ने झामुमो की राजनीतिक विस्तार की मंशा जताते हुए कहा कि झारखंड अब रुकेगा नहीं।
राजीव, दुमका। दुमका के गांधी मैदान में रविवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा का 46वां झारखंड दिवस भले ही प्रारंभ हुआ, लेकिन जब पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जनसभा को संबोधित करने की शुरुआत किए तो दिन बदल कर सोमवार चुका था। हेमंत सोरेन के संबोधन से ठीक पहले पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन का संदेश जनसभा को सुनाया गया।
यह भी जानकारी दी गई कि वह अस्वस्थ होने की वजह से इस सभा में नहीं आ सके हैं। 46वां झारखंड दिवस के माध्यम से झामुमो ने न सिर्फ अपनी भावी रणनीतियों की मंशा जनता जनार्दन के समक्ष रखी, बल्कि इसके बहाने एक तीर से कई निशाने अपने विरोधियों पर साधे।
पहली बार झारखंड दिवस के मंच पर आईं गांडेय की विधायक सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन ने जिस अंदाज में जनसभा को संबोधित किया उसके राजनीतिक मायने भी कई हैं।
'गुरुजी जनता के दिल में बसते हैं'
कल्पना सोरेन ने अपने संबोधन की शुरुआत तो पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के आंदोलन व संघर्ष के दिनों को याद करते हुए भावुक अंदाज में कहा कि गुरुजी झारखंड की जनता के दिल में बसते हैं। अब हेमंत सोरेन उनका प्रतिबिंब बनकर आपके हक व अधिकारों के लिए संघर्ष व आंदोलन कर रहे हैं।
फिर 31 जनवरी 2024 के दिन को याद कराते हुए कहा कि विरोधियों ने साजिश के तहत गलत आरोप मढ़ कर जेल भेजा था। अब उनका भंडा फूट चुका है। कहा कि उस कठिन दौर में झारखंड की जनता ने झामुमो पर भरोसा जताकर यह साबित कर दिया है कि झामुमो इस माटी की पार्टी है। तीर कमान ही उनके हक व अधिकारों का रक्षक है।
'दूसरे राज्यों में झामुमो का परचम लहराना...'
इसके बाद कल्पना ने कहा कि अब हमें आगे बाहें फैलानी हैं। अब हमें दूसरे राज्यों में भी झामुमो का परचम लहराना है। कहा कि देश में हेमंत की जरूरत है। कल्पना ने अपने अंदाज में वृहत झारखंड राज्य व दूसरे प्रदेशों में भी झामुमो की राजनीतिक विस्तार की मंशा जताते हुए कहा कि झारखंड अब रुकेगा नहीं।
कल्पना ने कहा कि झारखंड की जनता को अपने हक व अधिकार के लिए एक और हूल करना होगा। केंद्र के पास बकाया झारखंड के खनिज संपदाओं की रॉयल्टी के एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये हासिल करने के लिए यहां की जनता को तैयार रहना होगा।
दुमका में गरजे बसंत सोरेन
दुमका के विधायक बसंत सोरेन ने अपने अंदाज में कहा कि अगर केंद्र सरकार रॉयल्टी का पैसा नहीं देती है तो झारखंड खनिज का एक टुकड़ा बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। जिस तरह से रघुवर दास के मुख्यमंत्रित्व काल में एसपीटी-सीएनटी एक्ट में छेड़छाड़ किए जाने के विरोध में पूरे राज्य में झामुमो की अगुवाई में चक्का जाम किया गया था ठीक उसी तरह से राज्य हित में झामुमो कभी भी कोई कदम उठाने के लिए हमेशा तैयार है।
'झारखंड अपने हक और अधिकारियों को छीनना जानता है'
बसंत सोरेन ने कहा कि हम सब अपना हक हमेशा सिर झुका कर मांगने का काम किए हैं, लेकिन मांगने से नहीं मिलने पर झामुमो अपने हक व अधिकारों को छीनना भी जानता है। बसंत ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के लिए हमारे पूर्वजों ने कुर्बानियां दी है। सिदो-कान्हु, चांद-भैरव, फूलो-झानो के इतिहास को हमें भूलने के बजाए हमेशा याद रखना होगा।
वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बगैर भाजपा का नाम लिए ही उस पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने असम में रहने वाले 20 प्रतिशत आदिवासियों को आदिवासी का दर्जा नहीं दिए जाने के मामले को सामने रखकर भविष्य में असम की राजनीति में आदिवासियों के हक-अधिकार के आसरे मजबूती से दस्तक देने का संकेत दे दिया है।
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